Retail Inflation in January : महंगाई के मोर्चे पर एक अच्छी खबर सामने आई है। भारत की खुदरा महंगाई में गिरावट आई है। देश की खुदरा महंगाई जनवरी में घटकर 5.10 फीसदी रही है। दिसंबर महीने में यह 5.69 फीसदी के साथ 4 महीने के उच्च स्तर पर थी। इस तरह जनवरी में खुदरा महंगाई तीन महीने के निचले स्तर पर रही। सरकार ने सोमवार शाम खुदरा महंगाई के आंकड़े जारी किये हैं। इस तरह देश में खुदरा महंगाई आरबीआई के सहनीय स्तर 2 से 6 फीसदी के बीच रही है। ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में महंगाई दर क्रमश: 5.34 फीसदी और 4.92 फीसदी रही। एक साल पहले की समान अवधि में यह 5.93 फीसदी और 5.46 फीसदी थी।
किन वस्तुओं की कीमतों में आई गिरावट
खुदरा महंगाई में गिरावट की प्रमुख वजह खाद्य वस्तुओं की कीमतों का घटना है। जनवरी में खाद्य महंगाई 8.30 फीसदी रही। यह दिसंबर में 9.53 फीसदी रही थी। सब्जियों की महंगाई दिसंबर के 27.64 फीसदी की तुलना में मामूली कम होकर 27.03 फीसदी रही। इसके अलावा फ्यूल और बिजली की महंगाई (-)0.60 फीसदी कम हुई है।
RBI ने लगातार छठी बैठक में नहीं बदली थी रेपो रेट
आरबीआई ने 8 फरवरी को प्रमुख ब्याज दर यानी रेपो रेट पर फैसला दिया था। आरबीआई ने रेपो रेट में लगातार छठी बैठक में कोई बदलाव नहीं किया। केंद्रीय बैंक ने इसे 6.50 फीसदी पर बरकरार रखा है। आरबीआई की मौद्रिक नीति समिति ने वित्त वर्ष 2024 के लिए अपने महंगाई के अनुमान को 5.4 फीसदी पर अपरिवर्तित रखा है। आरबीआई एमपीसी ने यह भी कहा कि उसके अनुमान के अनुसार 31 मार्च को खत्म हो रही तिमाही में महंगाई दर 5 फीसदी रह सकती है।