इस समय हमारा पड़ोसी देश श्रीलंका बुरे आर्थिक हालात से गुजर रहा है। वहां महंगाई चरम पर है। लोगों को जरूरत की चीजें समय पर नहीं मिल रही है। सरकारी एजेंसियों के पास गाड़ियों की भी दिक्कत हो रही है। इस बीच भारत ने एक बड़ी मदद की पेशकश की है। इसके तहत श्रीलंका को 124 एसयूवी वाहन सौंपे गए हैं।
500 वाहन देने का वादा
भारत ने श्रीलंका की कानून प्रवर्तन एजेंसियों और सशस्त्र बलों को 100 मिलियन अमेरिकी डॉलर की लाइन ऑफ क्रेडिट के तहत 124 एसयूवी सौंपे हैं। भारत ने कुल 500 वाहनों की योजनाबद्ध आपूर्ति का वादा किया है। भारत की महिंद्रा एंड महिंद्रा कंपनी द्वारा निर्मित वाहनों का बेड़ा गुरुवार को श्रीलंका में भारत के उच्चायुक्त गोपाल बागले द्वारा सार्वजनिक सुरक्षा मंत्री तिरान एल्स को औपचारिक रूप से सौंप दिया गया।
दोनों देशों के बीच की है साझेदारी
कोलंबो में भारतीय उच्चायोग ने एक बयान में कहा कि अत्याधुनिक सुविधाओं वाले ये वाहन श्रीलंका की आवश्यकताओं को पूरा करने और पूरे देश में क्षमता बढ़ाने में मदद करेंगे। भारत और श्रीलंका के बीच एक बहुआयामी और बहु-क्षेत्रीय साझेदारी है।
नेबरहुड फर्स्ट पॉलिसी पर काम कर रहा भारत
'नेबरहुड फर्स्ट पॉलिसी' पर काम करते हुए भारत सरकार ने आर्थिक संकट से निपटने के लिए रियायती लाइन ऑफ क्रेडिट के तहत विभिन्न परियोजनाओं में आर्थिक रूप से परेशान श्रीलंका की सहायता की है। भारत सरकार ने इस साल जनवरी से श्रीलंका को 3.2 बिलियन डॉलर की भारी भरकम लाइन ऑफ क्रेडिट के साथ मदद की है और रेलवे, बुनियादी ढांचा, रक्षा, नवीकरणीय ऊर्जा, पेट्रोलियम, उर्वरकों की आपूर्ति और अन्य सहित विभिन्न क्षेत्रों को वित्तीय सहायता दी गई है। उच्चायोग ने कहा कि इसके अतिरिक्त मार्च 2022 में भारत सरकार ने भोजन, दवा, ईंधन जैसी आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति के लिए भारतीय स्टेट बैंक के माध्यम से श्रीलंका को 1 बिलियन डॉलर की रियायती ऋण सुविधा भी प्रदान की।