कारोबार करने में आसानी (इज ऑफ डूइंग बिजनेस) की राह में आने वाले अवरोधक भारत को दूर करने होंगे, देश ने इस दिशा में कुछ प्रगति तो की है लेकिन इस मामले में सिंगापुर और हांगकांग की बराबरी करने के लिए अभी उसे लंबा रास्ता तय करना है। अमेरिका भारत रणनीतिक एवं साझेदारी फोरम (यूएसआईएसपीएफ) ने यह कहा। यूएसआईएसपीएफ के अध्यक्ष मुकेश अघी ने भारत और अमेरिका के बीच संबंधों को मजबूत बताते हुए कहा कि ये हर पहलू में सकारात्मक तरीके से बढ़ रहे हैं। उन्होंने कहा, भूराजनीतिक तौर पर देखने पर पता चलता है कि क्वाड आगे बढ़ रहा है, आई2यू2 भी प्रगति कर रहा है।
अघी ने कहा कि भारतीय अर्थव्यवस्था में तेजी का लाभ अमेरिका को भी मिल रहा है। उन्होंने एयर इंडिया द्वारा बोइंग को दिए गए विमानों के ऑर्डर का उदाहरण देते हुए कहा कि इससे अमेरिका में दस लाख से अधिक उच्च वेतन वाली नौकरियों का सृजन हुआ है। उन्होंने आगे कहा, हमारा अनुमान है कि इंडिगो भी ऑर्डर देने वाला है। अमेरिका के लिए वृद्धि के आर्थिक इंजन को रफ्तार भारत दे रहा है। एयर इंडिया ने पिछले महीने घोषणा की थी कि वह एयरबस और बोइंग से 470 विमानों की खरीद करेगा। यह किसी भी एयरलाइन द्वारा दिए गए विमानों के सबसे बड़े ऑर्डर में से एक है। इस पूरे सौदे का अनुमानित आकार 6.40 लाख करोड़ रुपये से अधिक है।
अघी ने कहा, यह शानदार है। प्रत्यक्ष विदेशी निवेश भी बढ़ रहा है। विनिर्माण क्षेत्र में चीन के विकल्प की तलाश की जा रही है और भारत एक अच्छा विकल्प बन रहा है।