भारत की जीडीपी मौजूदा समय में दुनिया की बड़ी अर्थव्यवस्थाओं में सबसे मजबूत हुई है। इसे देखते हुए विदेशी रेटिंग फर्म बार्कलेज ने भारत की जीडीपी के ग्रोथ के अनुमान को 1.10 प्रतिशत बढ़ाकर 7.8 प्रतिशत कर दिया है। रेटिंग फर्म की ओर से जीडीपी अनुमान में वृ्द्धि ऐसे समय पर की गई है, जब अक्टूबर- दिसंबर तिमाही के जीडीपी विकास दर के आंकड़ों में भारत की अर्थव्यवस्था 8.4 प्रतिशत की दर से बढ़ी है। यह अनुमान 6.5 प्रतिशत से काफी अधिक है।
बार्कलेज में ईएम एशिया इकोनॉमिक्स के प्रबंध निदेशक और प्रमुख राहुल बाजोरिया ने 29 फरवरी को देर रात को जारी एक नोट में कहा कि आज आंकड़ों को ध्यान में रखते हुए और अर्थव्यवस्था की गति को देखते हुए हम वित्त वर्ष 2023-24 के लिए विकास दर वृ्द्धि के अनुमान को बढ़ाकर 7.8 प्रतिशत कर रहे हैं। वित्त वर्ष 2023-24 की पहली तिमाही से लेकर तीसरी तिमाही तक विकास दर की औसत गति 8.2 प्रतिशत रही है।
वित्त वर्ष 2024-25 के लिए बढ़ाया अनुमान
आगे उन्होंने कहा कि अर्थव्यवस्था की तेजी गति को देखते हुए हम आने वाले वित्त वर्ष यानी 2024-25 के लिए विकास दर के अनुमान को 6.5 प्रतिशत से बढ़ाकर 7.0 प्रतिशत कर रहे हैं। हमें लगता है कि सरकार द्वारा किए जा रहे पूंजीगत खर्च का फायदा अर्थव्यवस्था को मिल रहा है और इसमें तेज गति जारी है।
सबसे तेज भारत की अर्थव्यवस्था
अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) ने वित्त वर्ष 2024 में भारत के लिए 6.7 प्रतिशत जीडीपी ग्रोथ का अनुमान लगाया है। पिछली तिमाही में धीमी वृद्धि के बावजूद, भारत दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्थाओं में से एक के रूप में अपनी स्थिति बरकरार रखने की संभावना है। आईएमएफ ने अनुमान लगाया है कि भारतीय अर्थव्यवस्था चीन (4.6%), अमेरिका (2.1%), जापान (0.9%), फ्रांस (1%), यूके (0.6%) और जर्मनी (-0.5%) जैसी प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं से बेहतर प्रदर्शन करेगी। फिलहाल भारत दुनिया का पांचवीं सबसे बड़ी इकोनॉमी है।