Foreign exchange reserves : 5 अप्रैल 2024 को समाप्त हुए हफ्ते में भारत का विदेशी मुद्रा भंडार 648.56 अरब डॉलर के ऑल टाइम हाई लेवल पर पहुंच गया था। देश का विदेशी मुद्रा भंडार 12 अप्रैल को समाप्त सप्ताह में 5.40 अरब डॉलर घटकर 643.16 अरब डॉलर रहा। भारतीय रिजर्व बैंक ने शुक्रवार को यह जानकारी दी है। पिछले कारोबारी सप्ताह में यह 2.88 अरब डॉलर बढ़कर 648.56 अरब डॉलर की नई ऊंचाई पर जा पहुंचा था। रिजर्व बैंक के आंकड़ों के मुताबिक, 12 अप्रैल को समाप्त सप्ताह में मुद्रा भंडार का अहम हिस्सा मानी जाने वाली फॉरेन करेंसी एसेट्स 6.51 करोड़ डॉलर घटकर 564.65 अरब डॉलर रह गईं। डॉलर के संदर्भ में उल्लेखित फॉरेन करेंसी एसेट्स में विदेशी मुद्रा भंडार में रखे गए यूरो, पाउंड और येन जैसी गैर-अमेरिकी मुद्राओं की घट-बढ़ का प्रभाव शामिल होता है। पाकिस्तान के विदेशी मुद्रा भंडार से तुलना करें, हमारा भंडार करीब 80 गुना ज्यादा बड़ा है।
गोल्ड रिजर्व में इजाफा
रिजर्व बैंक ने कहा कि समीक्षाधीन सप्ताह के दौरान गोल्ड रिजर्व का मूल्य 1.24 अरब डॉलर बढ़कर 55.79 अरब डॉलर हो गया। रिजर्व बैंक ने कहा कि विशेष आहरण अधिकार (SDR) 9.3 करोड़ डॉलर घटकर 18.08 अरब डॉलर रह गया। रिजर्व बैंक के मुताबिक, समीक्षाधीन सप्ताह में अंतरराष्ट्रीय मुद्राकोष (IMF) के पास भारत का रिजर्व डिपॉजिट भी 3.5 करोड़ डॉलर घटकर 4.63 अरब डॉलर रह गया।
पाकिस्तान के विदेशी मुद्रा भंडार में हुआ इजाफा
स्टेट बैंक ऑफ पाकिस्तान (SBP) ने कहा है कि उसके विदेशी मुद्रा भंडार में 14.4 मिलियन डॉलर (1.44 करोड़ डॉलर ) का इजाफा हुआ है। इससे 12 अप्रैल को समाप्त हुए सप्ताह में पाकिस्तान का कुल विदेशी मुद्रा भंडार 8.1 अरब डॉलर पर पहुंच गया। उस हफ्ते में पाकिस्तान ने पाकिस्तान का इंटरनेशनल बॉन्ड मैच्योर होने पर 1 अरब डॉलर का पुनर्भुगतान भी किया था। भारत का विदेशी मुद्रा भंडार पाकिस्तान की तुलना में 79.40 गुना ज्यादा बड़ा है।
(पीटीआई इनपुट के साथ)