भारत और चीन ने गुरुवार को नागरिक उड्डयन क्षेत्र में सहयोग को मजबूत करने के तरीकों पर चर्चा की। इसमें दोनों देशों के बीच डायरेक्टर फ्लाइट (सीधी उड़ानें) फिर से शुरू करना भी शामिल है। पीटीआई की खबर के मुताबिक, नागरिक उड्डयन मंत्री के राममोहन नायडू, नागरिक उड्डयन सचिव वुमलुनमंग वुलनाम और दूसरे वरिष्ठ अधिकारियों ने राष्ट्रीय राजधानी में नागरिक उड्डयन पर एशिया प्रशांत मंत्रिस्तरीय सम्मेलन के दौरान चीन के प्रतिनिधियों से मुलाकात की।
जल्द बहाली को बढ़ावा देने के बारे में हुई बात
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट में, नायडू ने कहा कि उन्होंने वरिष्ठ अधिकारियों के साथ सोंग झियोंग के नेतृत्व में एक चीनी प्रतिनिधिमंडल के साथ शिष्टाचार बैठक की। बैठक में दोनों देशों के बीच नागरिक उड्डयन सहयोग को और मजबूत करने, विशेष रूप से हमारे बीच शिड्यूल्ड यात्री उड़ानों की जल्द से जल्द बहाली को बढ़ावा देने के बारे में विचारों के आदान-प्रदान पर ध्यान केंद्रित किया गया।
बात हुई लेकिन कोई फैसला नहीं लिया गया
मंत्री ने बाद में संवाददाताओं से कहा कि चीनी पक्ष ने सीधी उड़ानों को फिर से शुरू करने के बारे में उल्लेख किया, लेकिन कोई फैसला नहीं लिया गया है। विदेश मंत्रालय और अन्य हितधारकों के साथ चर्चा के बाद निर्णय लिया जाएगा। वर्तमान में, भारत और चीन के बीच कोई सीधी उड़ान नहीं है। कोरोनावायरस महामारी के समय ये सेवाएं बंद हो गई थीं। इंडिगो और एयर इंडिया की चीन के लिए उड़ान सेवाएं थीं।
कोविड-19 महामारी के समय से सस्पेंडेड है सर्विस
भारत और चीन के बीच कोविड-19 महामारी के चलते सीधी यात्री उड़ान कनेक्टिविटी सस्पेंड कर दी गई थी। यह देखते हुए कि 2020 में पूर्वी लद्दाख में गतिरोध के बाद द्विपक्षीय संबंध खराब हो गए थे और अभी भी ठंडे हैं। ग्लोबल लेवल पर हवाई संपर्क महामारी से पहले के स्तर पर लौटने के बावजूद दो सबसे अधिक आबादी वाले देशों के बीच सीधी उड़ानें फिर से शुरू नहीं हुई हैं।