रेमंड के चेयरमैंन एवं प्रबंध निदेशक गौतम सिंघानिया के पारिवारिक विवाद के स्वतंत्र निदेशकों (इंडिपेंडेंट डायरेक्टर) ने छोटे शेयरधारकों के हित में बड़ा फैसला लिया है। इंडिपेंडेंट डायरेक्टरों ने कहा कि वे पारिवारिक विवाद के बाद उत्पन्न स्थिति पर नजर रख रहे हैं ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि इससे कंपनी के मामलों तथा व्यवसाय को प्रबंधित करने की क्षमता प्रभावित न हो।कंपनी की ओर से बीएसई को दी जानकारी में स्वतंत्र निदेशकों ने संयुक्त रूप से कहा कि उन्होंने सलाह देने के लिए वरिष्ठ स्वतंत्र कानूनी सलाहकार बर्जिस देसाई को बनाए रखने का फैसला किया है, जिनका प्रवर्तकों या कंपनी से कोई संबंध नहीं है।
स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं स्वतंत्र निदेशक
बयान में कहा गया कि स्वतंत्र निदेशक (आईडी) पिछले कुछ हफ्तों से बैठक कर रहे हैं और स्थिति पर नजर रख रहे हैं क्योंकि यह कंपनी तथा अन्य शेयरधारकों को प्रभावित करता है। हम गैर-प्रवर्तक अल्पसंख्यक शेयरधारकों, कर्मचारियों और अन्य हितधारकों के हितों की हमेशा रक्षा करने की अपनी प्रतिबद्धता को दोहराते हैं। कंपनी ने कहा, आईडी यह सुनिश्चित करने के लिए सतर्क हैं कि दो प्रवर्तक निदेशकों के बीच वैवाहिक विवाद किसी भी तरह से कंपनी के मामलों तथा व्यवसाय के प्रबंधन में चेयरमैन एवं प्रबंध निदेशक की क्षमता को प्रभावित न करे।
कामकाज सामान्य ढंग से चलने का आश्वासन
हालांकि, उन्होंने जोर देकर कहा, न तो किसी कानून और न ही कारोबार संचालित करने से जुड़े किसी मानक को ऐसे वैवाहिक विवादों की जांच या उसके गुण-दोष की जांच करने के लिए आईडी की आवश्यकता होती है। यह आईडी के अधिकारी क्षेत्र से परे है। स्वतंत्र निदेशक मुकीता झावेरी, आशीष कपाड़िया, दिनेश लाल, के. नरसिम्हा मूर्ति और शिव सुरिंदर कुमार ने यह पत्र लिखा। इससे पहले पारिवारिक विवाद में फंसे रेमंड के चेयरमैन एवं प्रबंध निदेशक गौतम सिंघानिया ने अपने कर्मचारियों और निदेशक मंडल को कामकाज सामान्य ढंग से चलने का आश्वासन देते हुए कहा था कि वह इसके सुचारू संचालन के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध हैं। कुछ दिनों पहले पत्नी नवाज से अलग होने की घोषणा करने वाले जाने-माने उद्यमी सिंघानिया ने रेमंड के निदेशक मंडल के सदस्यों और कर्मचारियों को भेजे गए एक आंतरिक ईमेल में यह बात कही थी।