भारत को एविएशन उद्योग (Aviation Industry) का चमकता सितारा माना जा रहा है। देश में हर साल 1 करोड़ से अधिक यात्री हवाई यात्रा (Air Travel) करते हैं, इसमें हर साल बढ़ोत्तरी हो रही है। यह आंकड़ा दुनिया भर की एविएशन इंडस्ट्री के लिए आकर्षक हो सकता है, लेकिन वास्तव में ऐसा है नहीं। भारत में करीब तीन दशक पहले जब से निजी एयरलाइंस ने उड़ान भरी है, तब से हर साल औसतन एक प्राइवेट एयरलाइन डूबती चली गई है। ताजा उदाहरण गो फर्स्ट का है, जो दिवालिया होने जा रही है।
बेहद काला है भारतीय एविएशन उद्योग का इतिहास
आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, 1994 के बाद से, जिस वर्ष देश में निजी एयरलाइंस ने उड़ान भरी, तब से कम से कम 27 एयरलाइंस कंपनियां या तो बंद कर दी गईं, या अन्य कंपनियों के साथ विलय कर दी गईं। भारत में एयरलाइंस के डूबने की शुरुआत करीब 27 साल पहले हो गई थी। भारत में डूबने वाली पहली निजी एयरलाइन ईस्ट वेस्ट ट्रैवल्स एंड ट्रेड लिंक लिमिटेड थी, जिसने नवंबर 1996 में लगभग दो साल बाद परिचालन बंद कर दिया था। उसी वर्ष, मोदीलुत्फ लिमिटेड भी कारोबार से बाहर हो गई।
भारत में बंद होने वाली प्रमुख एयरलाइंस
- 2020 में ज़ेक्सस एयर सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड बंद हो गई।, यह कंपनी ज़ूम एयर के रूप में संचालित होती है।
- 2020 में ही डेक्कन चार्टर्ड प्राइवेट लिमिटेड और एयर ओडिशा एविएशन प्राइवेट लिमिटेड भी बंद हुई
- हेरिटेज एविएशन प्राइवेट लिमिटेड ने 2022 में उड़ान बंद कर दी।
- कभी देश की सबसे बड़ी प्राइवेट एयरलाइंस रही जेट एयरवेज ने अप्रैल 2019 में परिचालन बंद कर दिया।
- जेट लाइट (जिसे पहले सहारा एयरलाइंस के नाम से जाना जाता था) ने 2019 में परिचालन बंद कर दिया था।
- 2012 में विजय माल्या की किंगफिशर एयरलाइंस लिमिटेड बंद हुई।
- 2008 में किंगफिशर एयरलाइंस ने डेक्कन एविएशन प्राइवेट लिमिटेड (एयर डेक्कन) का अधिग्रहण किया था।
- 2017 में, कम से कम पांच एयरलाइंस बंद हुईं, इसमें एयर कार्निवल प्राइवेट लिमिटेड, एयर पेगासस प्राइवेट लिमिटेड, रेलिगेयर एविएशन लिमिटेड, एयर कोस्टा और क्विकजेट कार्गाे एयरलाइंस प्राइवेट लिमिटेड शामिल हैं।
- डेक्कन कार्गाे एंड एक्सप्रेस लॉजिस्टिक्स प्राइवेट लिमिटेड (2014), आर्यन कार्गाे एक्सप्रेस (2011), पैरामाउंट एयरवेज (2010), एमडीएलआर एयरलाइंस प्राइवेट लिमिटेड (2009), जैगसन एयरलाइंस लिमिटेड (2008) और इंडस एयरवेज प्राइवेट लिमिटेड (2007) बंद होने वाली अन्य एयरलाइंस हैं
- 1996 में दो एयरलाइंस बंद हुईं, ये थीं एनईपीसी माइकॉन लिमिटेड और स्काइलाइन एनईपीसी लिमिटेड (जिसे पहले दमानिया एयरवेज लिमिटेड के नाम से जाना जाता था) ने 1997 में परिचालन बंद कर दिया।
- लुफ्थांसा कार्गाे इंडिया प्राइवेट लिमिटेड ने 2000 में उड़ान बंद कर दी।