Festive Season Fraud: अब धीरे-धीरे फेस्टिव सीजन समाप्ति की ओर बढ़ रहा है। दिवाली, दशहरा और छठ जैसे त्योहार बीत चुके हैं। इस दौरान लोगों ने जमकर खरीदारी भी की है। कई लोग ठगी के शिकार भी हुए हैं। ये बाते हम नहीं एक रिपोर्ट बता रही है। रिपोर्ट के मुताबिक, लगभग 40 प्रतिशत भारतीय त्योहारी सीजन के दौरान ऑनलाइन खरीदारी करते समय ठगे गए हैं।
यह अध्ययन साइबर सुरक्षा में वैश्विक लीडर नॉर्टन की ओर से द हैरिस पोल द्वारा आयोजित किया गया था, जिसने भारतीय निष्कर्षों को जारी किया, जिसमें त्योहारी सीजन के दौरान साइबर सुरक्षा और ऑनलाइन खरीदारी के प्रति दृष्टिकोण का पता लगाया गया था।
क्या कहती है रिपोर्ट
रिपोर्ट के अनुसार, सर्वेक्षण में शामिल दो-तिहाई भारतीय वयस्क अपने व्यक्तिगत विवरण के साथ छेड़छाड़ (78 प्रतिशत), तीसरे पक्ष के खुदरा विक्रेता द्वारा धोखा दिया जाना (77 प्रतिशत), एक उपहार के रूप में एक नए उपकरण खरीदना या प्राप्त करना (72 प्रतिशत) और एक उपकरण जिसे वे उपहार के रूप में प्राप्त करते हैं, (69 प्रतिशत) हैक किया जा रहा है।
78 प्रतिशत भारतीय सहमत
सर्वेक्षण में शामिल लगभग 78 प्रतिशत भारतीय वयस्क इस बात से सहमत हैं कि अपने कनेक्टेड डिवाइस के माध्यम से ऑनलाइन समय बिताने से उन्हें त्योहारों के मौसम में अधिक जुड़ाव महसूस करने में मदद मिलती है और 74 प्रतिशत का कहना है कि यह उनकी मानसिक स्थिति को मजबुत करने में मदद करता है।
औसत नुकसान 6,216 रुपये
रिपोर्ट में उल्लेख किया गया है कि 65 प्रतिशत भारतीय वयस्कों का कहना है कि अगर वे त्योहारी सीजन के दौरान अपने कनेक्टेड डिवाइस तक नहीं पहुंच पाते हैं तो उनकी मानसिक स्थिति खराब हो जाएगी। नॉर्टन रिपोर्ट के मुताबिक, ऑनलाइन शॉपिंग करते समय कई भारतीय वयस्कों के साथ धोखाधड़ी की गई है, सर्वेक्षण करने वालों का औसत नुकसान 6,216 रुपये है।