आर्थिक संकट के बाद गंभीर राजनैतिक संकट झेल चुके श्रीलंका को अब अच्छे दिनों का इंतजार है। इस बीच इस द्वीपीय देश के लोगों के लिए एक अच्छी खबर आई है। श्रीलंका सरकार के साथ राहत पैकेज को अंतिम रूप देने की खातिर अधिकारी स्तर की चर्चा के लिए अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) का एक शीर्ष प्रतिनिधिमंडल अगले हफ्ते कोलंबो का दौरा करेगा।
आईएमएफ ने एक प्रेस विज्ञप्ति में इस दौरे के कार्यक्रम की जानकारी देते हुए कहा कि उसे श्रीलंका को राहत पैकेज देते समय कर्जदाताओं से यह ‘समुचित भरोसा’ चाहिए कि ऋण स्थिरता को बहाल किया जाएगा। श्रीलंका अभूतपूर्व आर्थिक संकट से गुजर रहा है जिसकी वजह से यहां ईंधन तथा अन्य आवश्यक सामग्री की भारी किल्लत हो गई है। इस संकट से उबरने के लिए श्रीलंका सरकार आईएमएफ से राहत पैकेज की मांग कर रही है।
IMF ने अपनी विज्ञप्ति में कहा, ‘‘मुद्राकोष के अधिकारी 24-31 अगस्त को कोलंबो के दौरे पर जाएंगे जहां वे श्रीलंकाई अधिकारियों के साथ आर्थिक और वित्तीय सुधारों एवं नीतियों के बारे में चर्चा करेंगे।’’ इस विज्ञप्ति के मुताबिक, ‘‘राहत पैकेज को लेकर निकट भविष्य में अधिकारी स्तर के समझौते की दिशा में प्रगति करना चाहते हैं। श्रीलंका का सरकारी कर्ज अवहनीय हो जाने से आर्थिक सहायता कार्यक्रम पर कार्यकारी मंडल की मंजूरी पाने के लिए श्रीलंका के कर्जदाताओं से हम इस बात का पर्याप्त आश्वासन चाहते हैं कि ऋण स्थिरता बहाल होगी।’’
आईएमएफ के साथ आर्थिक सहायता कार्यक्रम को लेकर श्रीलंका सरकार की बातचीत मई में शुरू हो गई थी लेकिन जून में देश के भीतर राजनीतिक अस्थिरता का माहौल बनने से वह बाधित हो गई थी। हालांकि जुलाई से श्रीलंका में काफी हद तक शांति कायम है। इस बीच श्रीलंकाई केंद्रीय बैंक के गवर्नर नंदलाल वीरसिंघे ने आईएमएफ के दल के प्रस्तावित दौरे को लेकर उम्मीद जताई है कि इस दौरान दोनों पक्षों के बीच अधिकारी स्तर का समझौता हो जाएगा।