Highlights
- आईएमएफ की मदद से पाकिस्तान से फिलहाल डिफॉल्ट का खतरा टल गया है
- नकदी संकट से जूझ रहे देश को IMF से 1.17 अरब डॉलर मिलेंगे
- पाकिस्तान और मुद्राकोष ने जुलाई, 2019 में छह अरब डॉलर का समझौता किया था
IMF Bailout to Pakistan: डूबते पाकिस्तान को तिनके का सहारा मिल गया है। पहले आर्थिक कंगाली उस पर अब देश के तीन बड़े राज्यों में बाढ़ ने पाकिस्तान की कमर तोड़ रखी है। लेकिन खुशकिस्मती से सोमवार का दिन पाकिस्तान के लिए बड़ी राहत लेकर आया। अंतरराष्ट्रीय मुद्राकोष (आईएमएफ) के कार्यकारी निदेशक मंडल ने सोमवार को पाकिस्तान के विस्तारित कोष सुविधा (ईएफएफ) कार्यक्रम को फिर से बहाल करने को मंजूरी दे दी है। इससे नकदी संकट से जूझ रहे देश को 7वीं और 8वीं किस्त के रूप में 1.17 अरब डॉलर मिलेंगे।
डिफॉल्ट होने से बचा पाकिस्तान
पाकिस्तान का खजाना लगभग खाली हो चला है। ऐसे में पाकिस्तान पर छोटी अवधि में डिफॉल्ट का खतरा मंडरा रहा था। लेकिन अब आईएमएफ की मदद से पाकिस्तान से फिलहाल यह खतरा टल गया है। वित्त मंत्री मिफ्ता इस्माइल ने कहा कि मुद्राकोष के निदेशक मंडल ने ईएफएफ कार्यक्रम फिर से बहाल करने को मंजूरी दी है। उन्होंने ट्विटर पर लिखा है, ‘‘हमें 7वीं और 8वीं किस्त के रूप में 1.17 अरब डॉलर मिलेंगे।’’
2020 से रुकी थी मदद
पाकिस्तान और मुद्राकोष ने जुलाई, 2019 में छह अरब डॉलर का समझौता किया था। लेकिन जनवरी, 2020 में कार्यक्रम अटक गया और इस साल मार्च में इसे कुछ समय के लिये बहाल किया गया। लेकिन जून में यह फिर पटरी से उतर गया था। मुद्राकोष ने कर्ज का आकार बढ़ाकर सात अरब डॉलर करने को भी मंजूरी दी है और इसका विस्तार जून, 2023 तक कर दिया है।
पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था के लिए बहुत जरूरी है फंड
इंधन की बढती लागत के बीच पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था को स्थिर करने के लिए धन महत्वपूर्ण होगा। देश का विदेशी विनिमय भंडार लगभग ख़त्म हो चुका है और एशिया की दूसरी सबसे तेज मुद्रास्फीति का सामना कर रहा था । आईएमएफ निर्णय भी दोस्ताना देशों से अधिक सहायता के लिए मार्ग प्रशस्त करेगा।
भारत से फिर कारोबार शुरू करने की कोशिश में पाकिस्तान
पाकिस्तान करीब 3 साल के बाद अब खाने पीने का सामान भारत से आयात करने पर विचार कर रहा है। पाकिस्तान में भीषण बाढ़ के कारण खड़ी फसलें पूरी तरह नष्ट हो गई है। इस के बीच पाकिस्तान भारत से सब्जियां और अन्य खाद्य पदार्थों का आयात कर सकता है। पाकिस्तान के वित्त मंत्री मिफ्ता इस्माइल ने सोमवार को कहा कि सरकार भारत से सब्जियां और अन्य खाद्य पदार्थ आयात करने पर विचार कर सकती है। पड़ोसी देश में बाढ़ के कारण विभिन्न सब्जियों और फलों की कीमतों में भारी उछाल आ गया है।
आपदा से तीन बड़े राज्यों में फसलें चौपट
आपदा की वजह से बलूचिस्तान, सिंध और दक्षिण पंजाब से सब्जियों की आपूर्ति बुरी तरह प्रभावित हुई है। सरकारी रेडियो पाकिस्तान की रिपोर्ट के अनुसार, वित्त मंत्री इस्माइल ने यहां संवाददाता सम्मेलन में कहा कि सरकार भारत से सब्जियों और अन्य खाद्य पदार्थों के आयात पर विचार कर सकती है। उन्होंने एक सवाल के जवाब में यह टिप्पणी की।
कश्मीर से 370 हटने के बाद से बंद है कारोबार
जम्मू-कश्मीर को विशेष दर्जा देने वाले अनुच्छेद 370 को रद्द करने के भारत के फैसले के बाद पाकिस्तान ने अगस्त, 2019 में भारत के साथ अपने व्यापार संबंधों को कम कर दिया था। एक सूत्र का हवाला देते हुए ‘डॉन’ अखबार ने बताया कि पूर्व सुरक्षा सलाहकार एम यूसुफ भारत के साथ व्यापार के संबंध में कुछ प्रस्तावों पर काम कर रहे थे। वाणिज्य मंत्रालय की ओर से यह प्रतिक्रिया दरअसल सोशल मीडिया पर पाकिस्तान सरकार के भारत के साथ व्यापार फिर से शुरू करने के प्रस्ताव पर विचार करने की अटकलों के बीच आई है।