आईलीड ग्लोबल फाउंडेशन (ILead Global Foundation) ने 28 अक्टूबर 2022 को क्लैरिज नई दिल्ली में Multilateralism और Youth पर एक अंतर्राष्ट्रीय युवा शिखर सम्मेलन का आयोजन किया, जिसमें 11 देशों के प्रतिनिधियों, फेमस थिंक टैंक, शैक्षणिक संगठनों ने भाग लिया। इस कार्यक्रम में माननीय रक्षा और पर्यटन राज्य मंत्री श्री अजय भट्ट ने भाग लिया, जिसमें उन्होंने 'भारत विश्व का सांस्कृतिक केंद्र' पर बात की।
भाजयुमो के राष्ट्रीय अध्यक्ष और सांसद तेजस्वी सूर्या की मौजूदगी में 'इंडिया@75' विषय एक संवादात्मक सत्र आयोजित किया गया, जिसमें उन्होंने कहा कि 21वीं सदी में भारत की भूमिका कैसे विकसित और विस्तारित हो रही है। उन्होंने नए भौगोलिक क्षेत्रों के साथ भारत के विकसित होते संबंधों और वैश्विक शासन के नए क्षेत्रों के साथ इसके जुड़ाव पर भी जोर दिया।
युवा निभाएंगे बहुत बड़ी भूमिका
भारतीय जनता पार्टी के उपाध्यक्ष बैजयंत पांडा ने पहले सत्र के मुख्य वक्ता के रूप में "बहुपक्षवाद और युवा (Multilateralism and Youth)" विषय पर शिखर सम्मेलन को संबोधित किया। उन्होंने वैश्विक व्यवस्था में भारत की वर्तमान भूमिका पर जोर दिया और कहा कि भारत अनिश्चितता से आत्मविश्वास की ओर बढ़ गया है। उन्होंने यह भी उल्लेख किया कि बहुपक्षवाद के प्रति आधुनिक दृष्टिकोण में युवा बहुत बड़ी भूमिका निभाएंगे।
वैश्विक महामारी से निकलने में भारत ने दुनिया की मदद की
पहले पैनल चर्चा में पैनलिस्टों ने साइबर आतंकवाद सहित जलवायु परिवर्तन से लेकर आतंकवाद तक दुनिया में व्याप्त विभिन्न वैश्विक चुनौतियों के बारे में चर्चा की। दूसरे सत्र में चर्चा वैश्विक महामारी के बारे में हुई, जिसको लेकर कहा गया कि कैसे भारत ने महामारी से बाहर निकलने में दुनिया की मदद की है। वैश्विक महामारी के प्रति भारत की प्रतिक्रिया भारत द्वारा दुनिया में सबसे बड़े टीकाकरण अभियान को कवर करने के लिए पर्याप्त थी।
पीएम मोदी के नेतृत्व में तय किया गया सफर
केंद्रीय पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्री श्री हरदीप सिंह पुरी ने आईलीड ग्लोबल फाउंडेशन और केएएस "द लीडर्स फॉर इनक्लूसिव एंड प्रोग्रेसिव चेंज" द्वारा प्रमुख नेतृत्व कार्यक्रम का शुभारंभ किया। उन्होंने 'क्या हरित हाइड्रोजन विश्व की ऊर्जा आवश्यकताओं का उत्तर है?' विषय पर भी अपने विचार प्रस्तुत किए।
केंद्रीय मंत्री पुरी ने कहा कि पर्यावरण संबंधी चिंताओं को दूर करने की आवश्यकता सरकार की नीति का एक अभिन्न अंग रही है। 2015 में एक अंतर्राष्ट्रीय #SolarAlliance की घोषणा करने से लेकर 2021 में #PanchAmrit रणनीति तक का सफर पीएम मोदी के नेतृत्व में तय किया गया है। भारत ने उर्जा परिवर्तन के लिए एक रोडमैप तैयार किया है।