IIFCL Bonds: ढांचागत परियोजनाओं के लिए वित्त मुहैया कराने वाली कंपनी आईआईएफसीएल का चालू वित्त वर्ष में बॉन्ड जारी कर 17,000 करोड़ रुपये जुटाने का लक्ष्य है। कंपनी के एक शीर्ष अधिकारी ने बुधवार को यह जानकारी दी। सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनी आईआईएफसीएल के प्रबंध निदेशक पी आर जयशंकर ने यहां संवाददाताओं से कहा कि कंपनी एक बॉन्ड जारी कर पहले से ही 500 करोड़ रुपये जुटा चुकी है और इसके बाद 2,000-3,000 करोड़ रुपये की खेप में बॉन्ड जारी करेगी। उन्होंने कहा कि आईआईएफसीएल चालू वित्त वर्ष के लिए निर्धारित अपने लक्ष्य को पाने के लिए पांच से छह खेप में बॉन्ड जारी करने की योजना बना रही है।
पहले भी जारी हुए थे 6 हजार करोड़
उन्होंने कहा कि कंपनी को लगता है कि बॉन्ड उधारी की कीमत सस्ती है और कंपनी जवाबदेही प्रबंधन के संबंध में ऐसे साधनों पर ज्यादा निर्भर रहेगी। वित्त वर्ष 2022-23 में कंपनी ने बॉन्ड जारी कर 6,000 करोड़ रुपये जुटाए थे। जयशंकर ने कहा कि बॉन्ड उधारी बढ़ने पर आईआईएफसीएल का बैंक उधारी का हिस्सा घट जाएगा। बता दें कि 2006 में स्थापित आईआईएफसीएल इंफ्रास्ट्रक्चर परियोजनाओं के लोन के लिए दूसरे साथी वित्तीय संस्थानों के साथ-साथ प्रत्यक्ष रूप से लोन देने, टेकआउट फाइनेंस, क्रेडिट एन्हांसमेंट, आईएनवीआईटी, इंफ्रास्ट्रक्चर बॉन्ड और बैंकों को रिफाइनेंस करने के अलावा इंफ्रास्ट्रक्चर के क्षेत्रों की जरूरतों को पूरा करता है।
IIFCL ने अपने स्टैंडअलोन लोन पोर्टफोलियो में 7.42% की वर्ष-दर-वर्ष(YOY) वृद्धि दर्ज की है जो वित्त वर्ष 2022 में 39,352 करोड़ रुपये से बढ़कर वित्त वर्ष 2023 में 42,271 करोड़ रुपये पर पहुंच गया है। IIFCL ने संपत्ति की गुणवत्ता में सुधार करने और बुनियादी ढांचा परियोजनाओं के लिए लंबी अवधि के लोन लिया, जिसे FY22 में बुनियादी ढांचा बॉन्ड में निवेश किया। परियोजना बॉन्ड में 975 करोड़ रुपये और अक्षय ऊर्जा InvIT के लिए जारी किए गए बॉन्ड में 325 करोड़ रुपये निवेश किए गए।