देश की दूसरी सबसे बड़ी कार कंपनी हुंडई मोटर्स इंडिया आईपीओ लाने की तैयारी कर रही है। साउथ कोरियाई कंपनी की भारतीया शाखा आईपीओ लाने की संभावनाओं को तलाश रही है। ये आईपीओ कंपनी द्वारा बदली गई रणनीति के तहत आएगा, जिसमें कंपनी ने घरेलू बाजारों से पैसा जुटाने का लक्ष्य रखा है।
इकोनॉमिक टाइम्स की रिपोर्ट में ये जानकारी दी गई कि हुंडई मोटर्स इंडिया देश का अब तक का सबसे बड़ा आईपीओ हो सकता है। मौजूदा समय में इंश्योरेंस कंपनी एलआईसी का आईपीओ देश का सबसे बड़ा आईपीओ है,जिसका साइज 21,000 करोड़ रुपये का था।
20 प्रतिशत तक हिस्सेदारी की हो सकती है बिक्री
रिपोर्ट में सूत्रों के हवाले से बताया गया कि गोल्डमैन सैस, सिटी, मॉर्गन स्टेनली, जेपी मॉर्गन, बैंक ऑफ अमेरिका, एचएसबीसी, ड्यूश बैंक और यूबीएस की ओर से सियोल में हुंडई मोटर्स के शीर्ष नेतृत्व से बात की गई थी। बैंकर्स ने हुंडई मोटर्स इंडिया की वैल्यू 22 से 28 अरब डॉलर बताई है। कंपनी 15 से 20 प्रतिशत हिस्सा आईपीओ में बेच सकती है और इसकी वैल्यू 27,390 करोड़ से लेकर 46,480 करोड़ रुपये तक हो सकती है। हालांकि, हुंडई ग्लोबल की ओर से इस पर कोई बयान नहीं जारी किया गया है।
हुंडई मोटर्स इंडिया का कारोबार
सियोल मुख्यालय वाली हुंडई मोटर्स की भारत में एंट्री 1996 में हुंडई मोटर्स इंडिया के रूप में हुई थी। कंपनी ने 2023 में करीब 6 लाख गाड़ियों की बिक्री की थी। साथ हीं कंपनी ने 1.63 लाख गाड़ियां का निर्यात किया था। कंपनी का मार्केट शेयर 14.72 प्रतिशत का है। वित्त वर्ष 2022-23 में कंपनी की आय 59,781 करोड़ रुपये थी। इस दौरान कंपनी को 4,623 करोड़ का मुनाफा हुआ था। पिछले वित्त वर्ष में कंपनी का मार्जिन 14.33 प्रतिशत था।