Highlights
- डीजल की बिक्री सालाना आधार पर 35.2 प्रतिशत बढ़कर जून में 73.8 लाख टन पर पहुंच गई
- 2019 की तुलना में 10.5 प्रतिशत और जून, 2020 के मुकाबले 33.3 फीसदी अधिक
- पेट्रोल की बिक्री जून में 28 लाख टन रही जो पिछले वर्ष की समान अवधि की तुलना में 29 % अधिक है
किसी भी देश में एनर्जी की खपत उस देश की तरक्की का थर्मामीटर होता है। यानि देश में एनर्जी की खपत बताती है कि वह देश कितनी तेजी से भाग रहा है। कोरोना के धक्के के बाद एक बार फिर भारत तरक्की कीमत रफ्तार पकड़ चुका है। यह बात देश में पेट्रोल डीजल की बढ़ती बिक्री से ही पता चलती है।
सबसे पहले कारोबार के ईंधन यानि डीजल की बात करें तो इसकी बिक्री सालाना आधार पर 35.2 प्रतिशत बढ़कर जून में 73.8 लाख टन पर पहुंच गई। यह जून, 2019 की तुलना में 10.5 प्रतिशत और जून, 2020 के मुकाबले 33.3 फीसदी अधिक है। डीजल की बिक्री इस साल मई की तुलना में जून में 11.5 प्रतिशत अधिक रही। उस समय 67 लाख टन डीजल बिका था।
डीजल की बिक्री में 29 फीसदी का उछाल
सार्वजनिक क्षेत्र के ईंधन विक्रेताओं द्वारा पेट्रोल की बिक्री जून में 28 लाख टन रही जो पिछले वर्ष की समान अवधि की तुलना में 29 प्रतिशत अधिक है। जून, 2020 की तुलना में पेट्रोल की खपत 36.7 फीसदी और जून, 2019 की तुलना में 16.5 प्रतिशत अधिक रही है। मासिक आधार पर बिक्री 3.1 फीसदी अधिक रही है।
एलपीजी की बिक्री में मामूली उछाल
रसोई गैस यानी एलपीजी की बिक्री जून में 0.23 प्रतिशत बढ़कर 22.6 लाख टन रही। यह जून, 2020 के मुकाबले 9.6 फीसदी और जून, 2019 की तुलना में 27.9 फीसदी अधिक है। जून, 2021 की तुलना में एलपीजी बिक्री छह प्रतिशत अधिक रही है।
LPG सिलेंडर हुआ सस्ता
आसमान छूती महंगाई के बीच अच्छी खबर आई है। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में 1 जुलाई को 19 किलो वाले कमर्शियल इंडेन गैस सिलेंडर के दाम में 198 रुपये की कमी की गई है। वहीं, आर्थिक राजधानी मुंबई में 190.50 रुपये और चेन्नई में 187 रुपये की कमी प्रति सिलेंडर पर दाम कम किये गए है। पेट्रोलियम कंपनी इंडियन ऑयल ने कमर्शियल सिलेंडर के रेट में कटौती की है। हालांकि, घरों में इस्तेमाल होने वाले 14 किलोग्राम वाले LPG सिलेंडर के रेट में कोई बदलाव नहीं किया गया है।