Highlights
- देश के शीर्ष आठ शहरों में बीते साल 2021 के दौरान घरों की बिक्री 51 प्रतिशत बढ़ गई
- कोविड-19 महामारी के कारण कार्यालय स्थल की मांग में गिरावट जारी है
- घरों की बिक्री बढ़कर 2,32,903 इकाई पर पहुंच गई जो 2020 में 1,54,534 इकाई थी
नई दिल्ली। कोरोना संकट के बावजूद देश में मकानों की बिक्री में जबर्दस्त तेजी देखने को मिल रही है। प्रतिष्ठित एजेंसी नाइट फ्रैंक इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार देश के शीर्ष आठ शहरों में बीते साल 2021 के दौरान घरों की बिक्री 51 प्रतिशत बढ़ गई। हालांकि, कोविड-19 महामारी के कारण कार्यालय स्थल की मांग में गिरावट जारी है।
संपत्ति सलाहकार कंपनी नाइट फ्रैंक इंडिया की रिपोर्ट में कहा गया है कि कार्यालय स्थल पट्टे पर लेने की गतिविधियों में तीन प्रतिशत की गिरावट आई है। पिछले वर्ष घरों की बिक्री बढ़कर 2,32,903 इकाई पर पहुंच गई जो 2020 में 1,54,534 इकाई थी लेकिन यह 2019 के महामारी-पूर्व के स्तर के मुकाबले पांच प्रतिशत और 2011 की तुलना में 37 फीसदी कम है। हालांकि, बीते साल कार्यालय स्थलों की मांग घटकर 3.81 करोड़ वर्ग फुट रह गई, जो इससे पिछले वर्ष 3.94 करोड़ वर्ग फुट थी। यह आंकड़ा 2019 के रिकॉर्ड स्तर 6.06 करोड़ वर्ग फुट के मुकाबले कहीं कम है।
नाइट फ्रैंक इंडिया ने ‘इंडिया रियल एस्टेट: 2021’ शीर्षक वाली रिपोर्ट में कहा, ‘‘वैश्विक महामारी और लॉकडाउन के प्रभाव के बावजूद 2021 में रियल एस्टेट क्षेत्र ने काफी जुझारूपन दिखाया।’’ पिछले कैलेंडर साल की दूसरी छमाही में आवासीय इकाइयों की बिक्री का आंकड़ा 2016 की पहली छमाही के बाद सबसे ऊंचा है।
नाइट फ्रैंक इंडिया के चेयरमैन एवं प्रबंध निदेशक शिशिर बैजल ने कहा, ‘‘महामारी के कारण उत्पन्न व्यवधानों के बावजूद देश के आठ महत्वपूर्ण बाजारों में आवासीय इकाइयों की बिक्री बढ़ी है।’’ घरों की कीमतों में 12 महीने के दौरान आए बदलाव को देखें तो चेन्नई, हैदराबाद और बेंगलुरु में इनमें क्रमश: सात फीसदी, पांच फीसदी और चार फीसदी का इजाफा हुआ। मुंबई में घरों के दाम एक प्रतिशत बढ़े। पुणे, कोलकाता और अहमदाबाद में कीमतें स्थिर रहीं, वहीं दिल्ली-एनसीआर में इनमें एक फीसदी की मामूली गिरावट दर्ज की गई।
एक वेबिनार के दौरान रियल एस्टेट क्षेत्र के परिदृश्य से जुड़े सवाल के जवाब में बैजल ने कहा कि घरों की बिक्री की रफ्तार 2022 में जारी रहने की उम्मीद है बशर्ते आगामी हफ्तों और महीनों में कोरोना वायरस के ओमीक्रोन स्वरूप का कोई गंभीर प्रभाव न हो। वार्षिक आंकड़ों के अनुसार, मुंबई में घरों की बिक्री 29 प्रतिशत बढ़कर 2021 में 62,989 इकाई रही, 2020 में यह 48,688 इकाई थी। दिल्ली-एनसीआर में बिक्री 65 फीसदी बढ़कर 35,073 इकाई रही।
बेंगलुरु में यह आंकड़ा 61 फीसदी बढ़कर 38,030 इकाई रहा, पुणे में घरों की बिक्री 38 फीसदी बढ़कर 37,218 इकाई रही। चेन्नई, अहमदाबाद, कोलकाता और हैदराबाद में भी पिछले साल घरों की बिक्री में इससे पहले के वर्ष की तुलना में काफी तेजी देखी गई।