देश में घरों की मांग कम होने का नाम नहीं ले रहा है। इसके चलते पिछले 10 साल का रिकॉर्ड टूट गया है। रियल्टी ब्रोकरेज फर्म प्रॉपटाइगर के अनुसार, देश के आठ प्रमुख शहरी बाजारों में 2023 में घरों की बिक्री 33 प्रतिशत बढ़कर लगभग 4.11 लाख इकाई हो गई। यह 2013 के बाद यह सर्वाधिक आंकड़ा है। 2013 में रिकॉर्ड 4,50,361 घर बिके थे। इस दौरान नए घरों की आपूर्ति 20 प्रतिशत बढ़कर 5,17,071 इकाई हो गई, जो 2022 में 4,31,510 इकाई थी। यह स्थिति तब है जब होम लोन महंगा होने के साथ घरों की कीमत तेजी से बढ़ी है। कई शहरों में घरों की कीमत में 30 फीसदी तक की बढ़ोतरी दर्ज की गई है।
इस कारण घरों की मांग में कमी नहीं
आरईए इंडिया के समूह मुख्य वित्त अधिकारी (सीएफओ) विकास वाधवान ने कहा कि बढ़ती ब्याज दरें और कीमतों में बढ़ोतरी के बावजूद प्रॉपर्टी की मांग बनी हुई है। रियल एसेट सेक्टर ने शानदार प्रदर्शन किया। कोविड-19 महामारी के बाद दबी मांग ने एक प्रमुख उत्प्रेरक के रूप में काम किया, जिसने संपत्ति बाजार को अभूतपूर्व स्तर तक पहुंचा दिया। उन्होंने कहा कि दरों में बढ़ोतरी रोकने के भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के फैसले ने खरीदार का विश्वास बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। पिछले साल के बिक्री आंकड़ों की 2022 से तुलना करें तो मुंबई में आवास बिक्री 29 प्रतिशत बढ़कर 1,41,480 इकाई हो गई, जो 2022 में 1,09,677 इकाई थी।
नए घरों की आपूर्ति में 8 फीसदी की बढ़ोतरी
नए घरों की आपूर्ति आठ प्रतिशत बढ़कर 1,78,684 इकाई हो गई, जो 2022 में 1,65,634 इकाई थी। पुणे में घरों की बिक्री 2022 के 62,029 से 33 प्रतिशत बढ़कर 2023 में 82,696 इकाई हो गई। यहां नए घरों की संख्या 75,309 से 40 प्रतिशत बढ़कर 1,05,698 इकाई हो गई। अहमदाबाद में घरों की बिक्री 2022 के 27,314 से 51 प्रतिशत बढ़कर 2023 में 41,327 इकाई हो गई। नए घरों की संख्या 32,663 इकाई से 71 प्रतिशत बढ़कर 55,877 इकाई हो गई। बेंगलुरु में घरों की बिक्री 2022 के 30,467 से 44 प्रतिशत बढ़कर 2023 में 44,002 इकाई हो गई। नए घरों की आपूर्ति 42,215 इकाई से 14 प्रतिशत बढ़कर 47,965 इकाई हो गई। चेन्नई में घरों की बिक्री 2022 के 14,097 से पांच प्रतिशत बढ़कर 2023 में 14,836 इकाई हो गई। नए घरों की संख्या 9,310 इकाई से 74 प्रतिशत बढ़कर 16,153 इकाई हो गई।
एनसीआर में प्रॉपर्टी की बिक्री 11 फीसदी बढ़ी
दिल्ली-राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) में घरों की बिक्री 2022 के 19,240 से 11 प्रतिशत बढ़कर 2023 में 21,364 इकाई हो गई। नए घरों की आपूर्ति 15,382 इकाई से 34 प्रतिशत बढ़कर 20,572 इकाई हो गई। हैदराबाद में घरों की बिक्री 2022 के 35,372 से 49 प्रतिशत बढ़कर 2023 में 52,571 इकाई हो गई। नए घरों की संख्या 82,801 इकाई से सात प्रतिशत घटकर 76,819 इकाई रह गई। कोलकाता में घरों की बिक्री 2022 के 10,746 से 16 प्रतिशत बढ़कर 2023 में 12,515 इकाई हो गई। नए घरों की संख्या 8,196 इकाई से 87 प्रतिशत बढ़कर 15,303 इकाई हो गई। रिपोर्ट में दिल्ली-एनसीआर में गुरुग्राम, नोएडा, ग्रेटर नोएडा, गाजियाबाद और फरीदाबाद को शामिल किया गया है। मुंबई महानगर क्षेत्र (एमएमआर) में मुंबई, नवी मुंबई और ठाणे को शामिल किया गया है।
क्यों लगातार बढ़ रही घरों की बिक्री
अंतरिक्ष इंडिया के सीएमडी राकेश यादव ने बताया कि भारतीय इकोनॉमी के लचीलापन को सपोर्ट करने में प्रॉपर्टी बाजार एक बड़ी भूमिका निभा रहा है। इसके चलते रियल एस्टेट क्षेत्र निवेशकों का पसंदीदा बना हुआ है। वहीं, दूसरी ओर आधुनिक जीवन शैली की चाह रखने वाले लोग अच्छी सुविधा वाली सोसाइटी में घर लेना पसंद कर रहे हैं। इसके चतले अमीर लोग निवेश और निजी इस्तेमाल दोनों लिहाज से आलीशान घर खरीद रहे हैं। इस वजह से भी महंगे घरों की डिमांड में तेजी देखी जा सकती है। मेरा मानना है कि यह मांग तो अभी शुरू होई है। यह रैली लंबी चलने वाली है। इसलिए इंतजार करने के बजाय घर खरीदना सही फैसला होगा।