Home Loan की ब्याज दरों में बढ़ोतरी का असर घर की मांग पर होता नहीं दिख रहा है। इस साल अब तक देशभर के सात प्रमुख शहरों में घरों की रिकॉर्ड बिक्री हुई है। संपत्ति सलाहकार एनारॉक की रिपोर्ट के अनुसार, देश के 7 प्रमुख शहरों में घरों की बिक्री इस वर्ष रिकॉर्ड 3.6 लाख इकाई पर पहुंच सकती है। इससे पहले देश के सात प्रमुख शहरों यानी Delhi-NCR, मुंबई महानगरीय क्षेत्र (MMR), चेन्नई, कोलकाता, बेंगलुरु, हैदराबाद और पुणे में सर्वाधिक 3,42,980 मकाने की बिक्री 2014 में हुई थी।
2019 का रिकॉर्ड अभी ही पीछे छूटा
एनारॉक की रिपोर्ट के अनुसार, चालू कैलेंडर वर्ष के दौरान जनवरी से सितंबर महीने के बीच घरों की बिक्री का आंकड़ा 2,72,710 पर पहुंच गया, जो कोविड से पहले के वर्ष 2019 के बिक्री आंकड़े से अधिक है। यानी, 2019 का रिकॉर्ड अभी ही पीछे छूट गया है। 2019 में 2,61,360 घरों की बिक्री हुई थी। इस वर्ष घरों की बिक्री आंकड़ा 3.6 लाख तक पहुंचने का अनुमान जताया गया है।
होम लोन महंगा होकर 8.5 फीसदी पर पहुंचा
एनारॉकने कहा कि होम लोन पर ब्याज दर 6.5 फीसदी से बढ़कर करीब 8.5 फीसदी पहुंच गई है। हालांकि, इसका असर घरों की मांग पर देखने को नहीं मिला है। त्योहारी सीजन में घरों की बंपर बिक्री हुई है। एनारॉक समूह के चेयरमैन अनुज पुरी ने कहा, भारत में प्रॉपर्टी बाजार के इतिहास में साल 2022 दर्ज होगा। यह पहले के सभी रिकॉर्ड तोड़ देगा और त्योहारी सीजन के दौरान मजबूत बिक्री की रफ्तार बनी हुई है। उन्होंने कहा, ‘‘कोविड के दौरान अपना घर होने की जो भावना पैदा हुई थी वह ब्याज दरों में बढ़ोतरी, संपत्ति की कीमतों में वृद्धि और त्योहारी छूट या विशेष पेशकश के अभाव के बावजूद बनी हुई है।
घरों की मांग आगे भी बनी रहेगी
रियल एस्टेट कंपनी अंतरिक्ष इंडिया ग्रुप के सीएमडी राकेश यादव ने बताया कि घरों की मांग आगे भी बनी रहेगी। ऐसा इसलिए कि प्रॉपर्टी बाजार में गजब का मोमेंटम देखने को मिल रहा है। कोरोना के बाद मांग में सुस्ती देखने को नहीं मिल रही है। वहीं, दूसरी ओर सप्लाई काफी कम हो गई है। इसके चलते मांग और सप्लाई का गैप बढ़ता जा रहा है। ऐसे में अब बिना वक्त गवाएं घर खरीदने वाले को अपना आशियाना बुक कर लेना चाहिए। अगर वो अभी भी इंतजार करेंगे तो ज्यादा कीमत चुकाना होगा। इससे बचने के लिए जल्द से जल्द घर का सौदा करना सही होगा।
घर के दाम 10 फीसदी बढ़ें
घरों की कीमतें कम से कम दस फीसदी बढ़ गई हैं। एचडीएफसी कैपिटल के प्रबंध निदेशक विपुल रुंगटा ने हाल में कहा था कि भारत में आवास की मांग आगामी वर्षों में भी मजबूत बनी रहेगी। गौरतलब है कि लंबे समय से रियल एस्टेट सेक्टर सुस्ती की चपेट में था लेकिन कोविड के बाद इसने रफ्तार पकड़ी है।