Highlights
- करीब 47 प्रतिशत लोग रियल एस्टेट क्षेत्र में निवेश करने को तरजीह देते हैं
- शेयर बाजार में 21%, सावधि जमाओं में 16% और सोने में 15% लोग निवेश करना चाहते हैं
- 58 प्रतिशत लोगों की पसंद रेडी-टू-मूव) इकाइयां हैं
Home buyers: घर खरीदने की योजना बना रहे करीब 50 प्रतिशत लोगों को आने वाले महीनों में मांग बहाल होने की संभावना को देखते हुए घरों की कीमतें बढ़ने की आशंका सता रही है। मकान, दुकान, जमीन की ऑनलाइन जानकारी देने वाले पोर्टल हाउसिंग डॉट कॉम और आवासीय क्षेत्र के निकाय नैरेडको की तरफ से कराए गए एक संयुक्त सर्वेक्षण में यह अनुमान जाहिर किया गया है। यह सर्वेक्षण निवेश की योजना बना रहे 1,000 से अधिक प्रतिभागियों के बीच कराया गया है।
घरों की मांग तेजी से बढ़ी
इस सर्वेक्षण के मुताबिक, 48 प्रतिशत प्रतिभागियों को लगता है कि आने वाले महीनों में आवासीय इकाइयों की कीमतों में तेजी की स्थिति बन सकती है। इसके साथ ही अपने इस्तेमाल के लिए घर खरीदने की योजना बना रहे 58 प्रतिशत लोगों की पसंद निर्माणाधीन परियोजनाएं न होकर पूरी तरह तैयार (रेडी-टू-मूव) इकाइयां हैं। हाउसिंग डॉट कॉम के साथ प्रॉपटाइगर डॉट कॉम और मकान डॉट कॉम के समूह मुख्य कार्यपालक अधिकारी ध्रुव अग्रवाल ने एक बयान में कहा, "कोविड-19 महामारी की दूसरी लहर के बाद आवासीय इकाइयों की मांग में तीव्र सुधार देखा गया है। लेकिन कर्ज की बढ़ती लागत, निर्माण सामग्री की लागत बढ़ने और मांग मजबूत रहने से आवासीय कीमतों में वृद्धि दर्ज की गई है।" इस सर्वेक्षण से पता चलता है कि करीब 47 प्रतिशत लोग रियल एस्टेट क्षेत्र में निवेश करने को तरजीह देते हैं जबकि शेयर बाजार में 21 प्रतिशत, सावधि जमाओं में 16 प्रतिशत और सोने में 15 प्रतिशत लोग निवेश करना चाहते हैं।
फ्लैट की कीमतें बढ़ गई
शेयर बाजार में सूचीबद्ध कई रियल एस्टेट कंपनियों ने कहा है कि निर्माण लागत बढ़ने और अपने लाभ का मार्जिन बढ़ाए जाने से पिछले एक साल में उनके फ्लैट की कीमतें बढ़ गई हैं। अग्रवाल ने उम्मीद जताई कि त्योहारी मौसम के दौरान आवासीय इकाइयों की मांग बढ़ने और उपभोक्ता धारणा मजबूत होने से आने वाली तिमाही में घरों की मांग में मजबूती बनी रह सकती है। नैरेडको के अध्यक्ष राजन बंडेलकर ने कहा कि आवासीय कर्ज की बढ़ती दरों से पैदा हो रही चिंताओं के बावजूद देश भर में आवासीय बाजारों में बढ़त का रुख कायम रहने की उम्मीद है।