एक भारतीय मूल का शख्स कई वर्षों से ब्रिटेन का सबसे अमीर व्यक्ति (richest individual in UK) बना हुआ है। हम बात कर रहे हैं गोपीचंद हिंदुजा (Gopichand Hinduja) की। वे हिंदुजा ग्रुप (Hinduja Group) के चेयरमैन हैं। लगातार छठी बार हिंदुजा फैमिली ब्रिटेन के अमीरों की लिस्ट में टॉप पर रही है। संडे टाइम्स रिच लिस्ट के अनुसार, हिंदुजा फैमिली की नेटवर्थ 37.196 अरब पाउंड है। पिछले एक साल में हिंदुजा फैमिली की नेटवर्थ में 2.19 अरब पाउंड की बढ़ोतरी हुई है। आइए जानते हैं कि हिंदुजा ग्रुप और गोपीचंज हिंदुजा का यहां तक का सफर कैसा रहा है।
60 साल तक ईरान में रहा मुख्यालय
सिंध के शिकारपुर शहर के रहने वाले युवा उद्यमी परमानंद दीपचंद हिंदुजा ने साल 1914 में हिंदुजा ग्रुप की नींव रखी थी। शुरुआत मर्चेंट बैंकिंग और ट्रेड से हुई। इसके बाद साल 1919 में कंपनी ने ईरान में अपना ऑफिस खोल था और 60 साल तक कंपनी का मुख्यालय ईरान में ही रहा। जब साल 1979 में इस्लामिक क्रांति हुई और ईरान के शाह का पतन हो गया, तो हिंदुजा ग्रुप ने अपना मुख्यालय लंदन में बना लिया। भारत में हिंदुजा ग्रुप की अशोक लीलैंड्स और इंडसइंड बैंक सहित छह लिस्टेड कंपनियां हैं। इस समय ग्रुप का कारोबार 48 देशों में फैला है और ग्रुप में करीब 1,50,000 कर्मचारी काम करते हैं। हिंदुजा ग्रुप की कंपनी ने ही अनिल अंबानी की कंपनी रिलायंस कैपिटल को खरीदने के लिए सबसे बड़ी बोली लगाई है।
जीपी नाम से बुलाते हैं दोस्त
गोपीचंद हिंदुजा का जन्म 1940 में भारत में हुआ। दोस्त उन्हें जीपी के नाम से बुलाते हैं। वे हिंदुजा ऑटोमोटिव लिमिटेड के मुखिया है। पिछले साल बड़े भाई श्रीचंद हिंदुजा की मौत के बाद वे हिंदुजा ग्रुप के चेयरमैन बने। गोपीचंद की ग्रेजुएशन मुंबई के जैन हिंद कॉलेज से हुई। साल 1971 में परमानंद दीपचंद के निधन के बाद गोपीचंद और उनके भाई बिजनेस को नई ऊंचाइयों तक ले गए। इस समय हिंदुजा ग्रुप ऑटो, आईटी, मीडिया एंड एंटरटेनमेंट, ऑयल एंड स्पेशिएल्टी केमिकल्स, बैंकिंग एंड फाइनेंस, पावर जेनरेशन, रियल एस्टेट, हेल्थकेयर सहित कई सेक्टर्स में कारोबार कर रहा है।
अशोक लीलैंड और इंडसइंड बैंक जैसी कंपनियां
आज अशोक लीलैंड भारत में कमर्शियल व्हीकल बनाने वाली दूसरी सबसे बड़ी कंपनी है। कंपनी की दुनियाभर में करीब 10 प्रॉडक्शन यूनिट्स हैं। साल 1994 में हिंदुजा ग्रुप ने भारत के बैंकिंग सेक्टर में कदम रखा था। इसके बाद साल 2000 में हिंदुजा ग्रुप ने हिंदुजा ग्लोबल सॉल्यूशंस की स्थापना की। ग्रुप ने साल 1984 में गल्फ को भी खरीदा था। बाद में इसका नाम गल्फ ऑयल कॉरपोरेशन लिमिटेड कर दिया था।