HDFC Bank की ओर से चुनिंदा अवधि के लोन की एमसीएलआर (MCLR) यानी मार्जिनल कॉस्ट ऑफ फंड वेस्ड लेंडिंग रेंट्स में 5 आधार अंक का इजाफा किया गया है। इस बढ़ोतरी के बाद छह महीने का एमसीएलआर बढ़कर 9.15 प्रतिशत हो गया है। नई एनसीएलआर की दरें 7 नवंबर, 2023 से लागू हो गई हैं।
MCLR की नई दरें
इस बढ़ोतरी के बाद एचडीएफसी बैंक में एमसीएलआर 8.65 प्रतिशत से लेकर 9.30 प्रतिशत के बीच है। ओवरनाइट एमसीएलआर 0.05 प्रतिशत बढ़कर 8.65 प्रतिशत हो गया है, जो कि पहले 8.60 प्रतिशत था। एक महीने का एमसीएलआर 0.05 प्रतिशत बढ़कर 8.70 प्रतिशत हो गया है जो कि पहले 8.65 प्रतिशत था। तीन महीने का एमसीएलआर बढ़कर 8.90 प्रतिशत हो गया है जो पहले 8.85 प्रतिशत था।
छह महीने का एमसीएलआर बढ़कर 9.15 प्रतिशत हो गया है जो कि पहले 9.10 प्रतिशत था। वहीं, एक वर्ष का एमसीएलआर 9.20 प्रतिशत पर यथावत रखा गया है। ज्यादातर लोन एक वर्ष के एमसीएलआर से ही लिक्ड होते हैं। इसके अलावा दो और तीन वर्ष के एमसीएलआर को 9.25 प्रतिशत से बढ़ाकर 9.30 प्रतिशत कर दिया गया है।
क्या होता है MCLR?
एमसीएलआर का पूरा नाम मार्जिनल कॉस्ट ऑफ फंड वेस्ड लेंडिंग रेंट्स है। यह वह दर होती है, जिसके आधार पर बैंक तय करते हैं कि होम लोन, पर्सनल लोन और कार लोन के साथ सभी प्रकार के लोन किस ब्याज दर पर दिए जाएंगे। सरल भाषा में कहें तो एमसीएलआर की दर के नीचे बैंक लोन जारी नहीं करते हैं।
EMI में होगी बढ़ोतरी
एमसीएलआर के सीधा अपके लोन से जुड़े होने के कारण इसमें बढ़ोतरी का सीधा असर आपकी ईएमआई पर पड़ता है। ऐसे में जब भी एमसीएलआर बढ़ने से आपकी ईएमआई भी बढ़ जाएगी।