Highlights
- शिव नादर ने इस साल 1,161 करोड़ रुपये के वार्षिक दानमें दिए
- 77 वर्षीय अजीम प्रेमजी इस साल दूसरे स्थान पर खिसक गए
- 63 वर्षीय रोहिणी नीलेकणी देश की सबसे उदार महिला परोपकारी हैं
Hurun India Philanthropy List 2022: पैसा कमाने के लिए दिमाग की जरूरत होती है, लेकिन पैसा दान करने के लिए दिल बड़ा करना पड़ता है। कुछ ऐसा ही बड़ा दिल दिखाया है देश की मशहूर आईटी कंपनी एचसीएल के संस्थापक शिव नादर ने। वे इस साल 1,161 करोड़ रुपये के वार्षिक दान के साथ देश के सबसे दानी शख्स बन गए हैं। 77 वर्षीय नादर ने प्रतिदिन तीन करोड़ रुपये दान देने के साथ 'भारत के सबसे उदार' व्यक्ति का खिताब हासिल किया। उन्होंने बीते 2 वर्षों से सबसे परोपकारी शख्स रहे विप्रो के अजीम प्रेमजी को पीछे छोड़ दिया है।
एडलगिव हुरुन इंडिया परोपकार सूची 2022 के अनुसार विप्रो के 77 वर्षीय अजीम प्रेमजी पिछले दो वर्षों से लगातार शीर्ष स्थान पर रहने के बाद इस साल दूसरे स्थान पर खिसक गए। उन्होंने 484 करोड़ रुपये का वार्षिक दान दिया। भारत के सबसे अमीर व्यक्ति 60 वर्षीय गौतम अडाणी इस सूची में सातवें स्थान पर हैं। उन्होंने 190 करोड़ रुपये दान किए। इस साल की सूची में छह महिलाएं शामिल हैं और 120 करोड़ रुपये के दान के साथ 63 वर्षीय रोहिणी नीलेकणी देश की सबसे उदार महिला परोपकारी हैं।
Hurun India Philanthropy List 2022
शिव नादर | 1161 करोड़ |
अजीम प्रेमजी | 484 करोड़ |
मुकेश अंबानी | 411 करोड़ |
कुमार मंगलम बिरला | 242 करोड़ |
सुष्मिता एवं सुब्रतो बागची | 213 करोड़ |
राधा एवं एनएस पार्थसारथी | 213 करोड़ |
गौतम अदानी | 190 करोड़ |
अनिल अग्रवाल | 165 करोड़ |
नंदन निलेकणी | 159 करोड़ |
एएम नाइक | 142 करोड़ |
देश के 15 व्यक्तियों ने दिया 100 करोड़ का दान
एडलगिव हुरुन इंडिया परोपकार सूची 2022 के मुताबिक भारत में कुल 15 व्यक्तियों ने 100 करोड़ रुपये से अधिक का वार्षिक दान दिया, इसके बाद 20 व्यक्तियों ने 50 करोड़ रुपये से अधिक का दान दिया और इसके बाद 43 व्यक्तियों ने 20 करोड़ रुपये से अधिक का दान दिया।
ये भी है भारत के महादानी
- लार्सन एंड टुब्रो के समूह चेयरमैन 80 वर्षीय ए एम नाइक ने 142 करोड़ रुपये का दान दिया और वह देश के सबसे उदार पेशेवर प्रबंधक हैं।
- जेरोधा के नितिन कामत और निखिल कामत ने अपने दान को 300 प्रतिशत बढ़ाकर 100 करोड़ रुपये कर दिया।
- माइंडट्री के सह-संस्थापक सुब्रतो बागची और एन एस पार्थसारथी शीर्ष 10 दानदाताओं में शामिल हैं। इनमें से प्रत्येक ने 213 करोड़ रुपये दान दिए।
- क्वेस कॉरपोरेशन के चेयरमैन अजीत इसाक ने भारतीय विज्ञान संस्थान (आईआईएससी), बेंगलुरु को 105 करोड़ रुपये दान में दिए। वह दानियों की सूची में 12वें स्थान पर रहे।
- इंडिगो एयरलाइंस के सह-प्रवर्तक राकेश गंगवाल ने आईआईटी, कानपुर को 100 करोड़ रुपये दान में दिये।
- रिपोर्ट में कहा गया कि पिछले पांच वर्षों में 100 करोड़ रुपये से अधिक देने वाले दाताओं की संख्या दो से बढ़कर 15 हो गई है।
5 वर्ष में दोगुने होंगे परोपकारी
हुरुन इंडिया के प्रबंध निदेशक और मुख्य शोधकर्ता अनस रहमान जुनैद ने कहा, ''अरबपति परोपकार के कार्यों में शामिल रहते हैं और मुझे उम्मीद है कि ये संख्या अगले पांच वर्षों में कम से कम दोगुनी हो जाएगी।''
लिस्ट से बाहर हुए ये परोपकारी
इ्ंफोसिस के नंदन नीलेकणि, क्रिस गोपालकृष्णन और एस डी शिबूलाल ने क्रमशः 9वें, 16वें और 28वें स्थान पर रहते हुए 159 करोड़ रुपये, 90 करोड़ रुपये और 35 करोड़ रुपये का दान दिया। इस साल सूची में 19 नये नाम जोड़े गए, जिन्होंने कुल 832 करोड़ रुपये का दान दिया।