Highlights
- ये शख्स दिल्ली में स्कूटर के इंजन से बने जुगाड़ू रिक्शा चलाता है
- पिछले 5 साल से इसी तरह रिक्शा चलाकर अपनी रोजीरोटी चला रहा है
- शख्स की हिम्मत पर महिंद्रा ग्रुप के चेयरमैन आनंद महिंद्रा की नजर पड़ी
नई दिल्ली। इंसान यदि मन से दिव्यांग न हो, तो वह दुनिया की किसी भी मुश्किल को हल कर सकता है। इंसान का यही जज़्बा उसे चांद तक पहुंचा चुका है। इंसानी जज्बे की यही मिसाल इस समय सोशल मीडिया पर वायरल है। ये शख्स दिल्ली में स्कूटर के इंजन से बने जुगाड़ू रिक्शा चलाता है। यह शख्स हाथ-पैर से दिव्यांग है, इसके लिए रिक्शे में हैंडल, एक्सीलेटर और ब्रेक को मॉडिफाइड किया गया है। यह पिछले 5 साल से इसी तरह रिक्शा चलाकर अपनी रोजीरोटी चला रहा है।
अब इस शख्स की हिम्मत पर महिंद्रा ग्रुप के चेयरमैन आनंद महिंद्रा की नजर पड़ी है। महिंद्रा ने इस शख्स को महिंद्रा लॉजिस्टिक्स में नौकरी का ऑफर तक दे दिया है। आनंद महिंद्रा ने इस शख्स का वीडियो (Video) शेयर करते हुए लिखा कि आज मैं अपनी टाइमलाइन पर जो वीडियो शेयर कर रहा हूं, वो पता नहीं कितना पुराना है, या कहां का है, लेकिन मैं इस सज्जन को देखकर सच में हैरान हूं, जिसने न केवल अपनी अक्षमताओं से पार पाया है, बल्कि उसके पास जो कुछ है उससे काम कर रहा है।
महिंद्रा लॉजिस्टिक में जॉब आफर
इसके बाद आनंद ने अपने सहयोगी राम और महिंद्रा लॉजिस्टिक्स को टैग करते हुए पूछा: "राम, क्या @Mahindralog_MLL उन्हें लास्ट माइल डिलीवरी के लिए बिजनेस एसोसिएट बना सकते हैं?" बता दें कि महिंद्रा लॉजिस्टिक्स ने 6 शहरों में इलेक्ट्रिक लास्ट-माइल डिलीवरी सर्विस शुरू की है।
क्या है वीडियो में
वीडियो में उस व्यक्ति से एक राहगीर बातचीत कर रहा है। यही राहगीर उससे बात भी कर रहा है। रिक्शा चलाने वाला शख्स बताता है कि इसमें स्कूटी का इंजन है। फिर वह शख्स यह भी दिखाता है कि कैसे वह बिना किसी अंग के वाहन को इधर-उधर करने में सक्षम है। जिसमें दिव्यांग शख्स कह रहे हैं कि, ‘मेरी एक पत्नी, दो छोटे बच्चे और बुजुर्ग पिता हैं, इसलिए मैं कमाने के लिए बाहर जाता हूं।