‘अत्यधिक दबाव के कारण’ अर्न्स्ट एंड यंग (EY) की कर्मचारी एना सेबेस्टियन की मृत्यु पर आरपीजी एंटरप्राइजेज के चेयरमैन हर्ष गोयनका ने गुरुवार को कहा कि संवेदना नहीं, बल्कि वास्तविक बदलाव की जरूरत है। उन्होंने कहा कि भारतीय उद्योग जगत को हेल्दी वर्कप्लेस कल्चर को बढ़ावा देने के लिए वर्क और पर्सनल लाइफ के बीच क्लियर बाउंड्रीज निर्धारित करने और टॉक्सिक वर्क एनवायर्नमेंट के लिए इकाई प्रमुख को जिम्मेदार ठहराने सहित अन्य कदम उठाने चाहिए। गोयनका ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर अपने पोस्ट में भारतीय उद्योग जगत के लिए छह कार्य बताए हैं, जिन्हें ‘ईवाई के एना सेबेस्टियन पेरेइल की दुखद मौत के बाद एक हेल्दी वर्कप्लेस कल्चर को बढ़ावा देने के लिए’ तत्काल उठाया जाना चाहिए।
ज्यादा काम नहीं, बेहतर काम को मिले शाबाशी
उन्होंने वेलफेयर को प्राथमिकता देने के लिए मेंटल हेल्थ प्रोग्राम्स, मैनेजेबल वर्कलोड और वेलफेयर पहलों के कार्यान्वयन का आह्वान किया। साथ ही कर्मचारियों को नई भूमिकाओं और वातावरण में समायोजित होने में मदद करने के लिए मार्गदर्शन प्रदान करके नए कर्मचारियों को सपोर्ट देने की भी सिफारिश की। गोयनका ने कंपनियों से कहा कि वे ‘अत्यधिक काम करने का महिमामंडन बंद करें, लंबे समय तक काम करने की बजाय कार्यकुशलता को पुरस्कृत करें।’ ओपन कम्युनिकेशन को बढ़ावा देने की सिफारिश करते हुए गोयनका ने कहा, ‘प्रतिशोध के डर के बिना कर्मचारियों की चिंताओं का समाधान करें।’
मालिक को ठहराया जाए जिम्मेदार
जवाबदेह नेतृत्व की आवश्यकता पर बल देते हुए गोयनका ने कहा, “टॉक्सिक वर्क एनवायर्नमेंट के लिए इकाई प्रमुख को जिम्मेदार ठहराया जाना चाहिए। संवेदना नहीं, बल्कि वास्तविक परिवर्तन की जरूरत है।” एना सेबेस्टियन पेरायिल ने 2023 में अपनी चार्टर्ड अकाउंटेंट (सीए) परीक्षा पास की थी। मृत्यु से पहले पहले चार महीने तक वह ईवाई पुणे कार्यालय में काम कर रही थीं। उनकी मां ने इसी महीने ईवाई इंडिया के चेयरमैन राजीव मेमानी को पत्र लिखकर कंपनी में अत्यधिक काम के ‘महिमामंडन’ पर चिंता जताई। श्रम एवं रोजगार मंत्रालय ने गुरुवार को कहा कि वह इस मामले में कथित ‘असुरक्षित और शोषणकारी कार्य वातावरण’ की जांच कर रहा है।