आनंद महिंद्रा का आज जन्मदिन है। वह आज 68 साल के हो गए हैं। आपको बता दूं कि आनंद महिंद्रा का जन्म 1 मई 1955 को मुंबई में हुआ था। उनकी अगुवाई में 19 अरब डॉलर के विशाल महिंद्रा एंड महिंद्रा समूह दिन-दोगुनी रात चौगुनी तरक्की की नई इबारत लिख रही है। महिंद्रा ग्रुप ऑटोमोबाइल, सूचना प्रौद्योगिकी, कृषि, रियल एस्टेट समेत करीब 22 सेक्टर में काम करती है। आखिर कैसे आंनद महिंद्रा ने महिंद्रा ग्रुप को बिजनेस की बुलंदियों पर पहुंचाया। किस तरह उन्होंने महिंद्रा ग्रुप की पहचान बदली। आज उनके जन्मदिन पर उनके बचपन से लेकर कैरियर तक ही पूरी जानकारी दे रहें हैं।
हार्वर्ड यूनिवर्सिटी से एमबीए की पढ़ाई
आनंद महिंद्रा हार्वर्ड यूनिवर्सिटी से एमबीए हैं। दुनिया के सबसे अमीर सख्स रहे बिल गेट्स कभी आनंद महिंद्रा के सहपाठी हुआ करते थे। दोनों ने हार्वर्ड यूनिवर्सिटी में साथ-साथ पढ़ाते थे। पढ़ाई पूरी करने के बाद आनंद महिंद्रा ने महिंद्रा यूजीन स्टील कंपनी लिमिटेड में काम करना शुरू कर दिया। करीब 8 साल इस कंपनी में काम करने के बाद उन्हें कंपनी का अध्यक्ष और उप प्रबंध निदेशक का पद दे दिया गया।
स्कॉर्पियो लाॅन्च कर बदल दी ग्रुप की किस्मत
महिंद्रा ग्रुप की पहचान पहले कृषि, ऑफ-रोड वाहनों और ट्रैक्टरों के उत्पादन तक सीमित था। हालांकि, जब आनंद महिंद्रा ने ग्रुप की कमाल संभाली तो तस्वीर बिल्कुल बदल गई। उन्होंने साल 2002 में भारतीय बाजार में स्कॉर्पियो को लाॅन्च किया। स्कॉर्पियो ने आनंद महिंद्रा समेत ग्रुप की पहचान बदलने का काम किया। स्कॉर्पियो ने महिंद्रा को शहर से लेकर गांवों तक बड़ा बाजार दिया। इसके बाद बोलोरो को भी जबरदस्त सफलता मिली।
कितनी संपत्ति के मालिक हैं आनंद महिंद्रा
फॉर्ब्स के मुताबिक, आनंद महिंद्रा की संपत्ति 2.1 अरब डॉलर यानी 17,166 करोड़ रुपये है। हालांकि, आनंद महिंद्रा खुद कई बार सोशल मीडिया पर लिख चुके हैं कि उनको देश या दुनिया का सबसे अमीर आदमी बनने का शौक नहीं है। वह अपने काम से खुश हैं।
आनंद महिंद्रा की ये बातें बदल देगी आपकी जिंदगी
- आपको हर दिन को एक नई चुनौती के रूप में स्वीकार करना होगा। इसके लिए आपको पागल बने रहना होगा।
- जब आप सही लक्ष्य निर्धारित कर कुशलतापूर्वक और लगन से काम करते हैं तो परिणाम जरूर मिलेंगे।
- लीडर पीछे नहीं देखते, वे इधर उधर नहीं देखते, वे आगे देखते हैं।
- मैंने हमेशा कहा है कि बिग बैंग से अधिक सुधार हर दिन हो रहा है, हर दिन बदल रहा है।
- जितना अधिक आप सकारात्मक बदलाव लाते हैं, उतना ही आपके व्यापार में वृद्धि होगी।