माल एवं सेवा कर (जीएसटी) संग्रह को लेकर ताजा आंकड़े आ गए हैं। बीते फरवरी के महीने में सरकार को जीएसटी से 1.49 लाख करोड़ की आय हुई है। यह आंकड़ा जनवरी के मुकाबले करीब 6 हजार करोड़ की कम है। सरकार को जनवरी में 1,55,922 करोड़ रुपये का सकल जीएसटी कलेक्शन से राजस्व हुआ था। हालांकि सरकार ने इसके पीछे का फरवरी में कम दिन होने को प्रमुख कारण बताया है। मंत्रालय ने कहा कि फरवरी के महीने में 28 दिनों के ही होने से अमूमन जीएसटी संग्रह अन्य महीनों की तुलना में कम ही होता है। वहीं यदि सालाना आधार पर देखा जाए तो फरवरी 2022 के मुकाबले जीएसटी कलेक्शन 12 प्रतिशत बढ़ा है।
वित्त मंत्रालय ने बुधवार को फरवरी, 2023 के जीएसटी संग्रह आंकड़े जारी करते हुए कहा कि इस महीने में उपकर के तौर पर 11,931 करोड़ रुपये का संग्रह हुआ जो जीएसटी लागू होने के बाद का सर्वाधिक स्तर है। हालांकि, जनवरी की तुलना में फरवरी में जीएसटी राजस्व में गिरावट आई है। जनवरी, 2023 में 1.57 लाख करोड़ रुपये का कर संग्रह हुआ था जो अब तक का दूसरा सर्वोच्च स्तर है।
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वित्त मंत्रालय ने बयान में कहा, ‘‘फरवरी, 2023 में कुल जीएसटी संग्रह 1,49,577 करोड़ रुपये रहा है। इसमें केंद्रीय जीएसटी (सीजीएसटी) 27,662 करोड़ रुपये है जबकि राज्य जीएसटी (एसजीएसटी) संग्रह 34,915 करोड़ रुपये है। वहीं एकीकृत जीएसटी (आईजीएसटी) के मद में 75,069 करोड़ रुपये इकट्ठा हुए हैं। इसके अलावा 11,931 करोड़ रुपये का उपकर भी शामिल है।’’
अप्रैल 2022 में बना था रिकॉर्ड
जीएसटी कलेक्शन को लेकर बीते साल अप्रैल का महीना सबसे शानदार रहा था। बीते दो साल कोरोना की भेंट चढ़ जाने के बाद अप्रैल में जीएसटी कलेक्शन का रिकॉर्ड देखने को मिला। अप्रैल, 2022 में एकत्रित 1.68 लाख करोड़ रुपये जीएसटी का सर्वोच्च स्तर है। एक साल पहले के समान महीने में जीएसटी संग्रह 1.33 लाख करोड़ रुपये रहा था। इस तरह फरवरी, 2023 में जीएसटी संग्रह सालाना आधार पर 12 प्रतिशत बढ़ा है।
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