देश कोरोना महामारी की छाया से निकलकर एक बार फिर मजबूती से आगे बढ़ रहा है। बुधवार को आए जीडीपी ग्रोथ के आंकड़ों के बाद आज आए जीएसटी संग्रह ने एक बार फिर आर्थिक मजबूती के संकेत दिए हैं। माल एवं सेवा कर (जीएसटी) संग्रह मई में 1.57 लाख करोड़ रुपये रहा है। जो कि पिछले आंकड़ों के मुकाबले 12 प्रतिशत की वृद्धि दर्शाता है। हालांकि अप्रैल के मुकाबले जीएसटी कलेक्शन में करीब 30 हजार करोड़ की गिरावट दर्ज की गई है।
GST संग्रह:
जनवरी 2023 | 1.57 लाख करोड़ |
फरवरी 2023 | 1.49 लाख करोड़ |
मार्च 2023 | 1.60 लाख करोड़ |
अप्रैल 2023 | 1.87 लाख करोड़ |
मई 2023 | 1.57 लाख करोड़ |
पिछले साल से लगातार बढ़ रहा है आंकड़ा
वित्त मंत्रालय ने बृहस्पतिवार को जारी आंकड़ों में बताया कि मई में सकल जीएसटी राजस्व 1,57,090 करोड़ रुपये रहा। इसमें केंद्रीय जीएसटी 28,411 करोड़ रुपये, राज्य जीएसटी 35,828 करोड़ रुपये और एकीकृत जीएसटी 81,363 करोड़ रुपये (वस्तुओं के आयात पर जुटाए गए 41,772 करोड़ रुपये सहित) और उपकर 11,489 करोड़ रुपये (माल आयात पर जुटाए गए 1,057 करोड़ रुपये सहित) रहा है।
मई 2022 के मुकाबले 12 प्रतिशत की ग्रोथ
मंत्रालय ने बयान में कहा, “मई, 2023 में राजस्व पिछले वर्ष इसी महीने के जीएसटी राजस्व संग्रह से 12 प्रतिशत ज्यादा है।” इस दौरान वस्तुओं के आयात पर राजस्व पिछले वर्ष के समान महीने की तुलना में 12 प्रतिशत ज्यादा रहा है और घरेलू लेनदेन पर राजस्व (सेवाओं के आयात समेत) 11 प्रतिशत ज्यादा रहा है। मई, 2022 में जीएसटी संग्रह 1.41 लाख करोड़ रुपये रहा था। इससे पहले अप्रैल, 2023 में जीएसटी संग्रह रिकॉर्ड 1.87 लाख करोड़ रुपये पर पहुंच गया था।