अप्रैल माह में जीएसटी संग्रह रिकॉर्ड स्तर को छू गया है। बुधवार (1 मई,2024) को वित्त मंत्रालय की ओर से दी गई जानकारी में बताया गया कि अप्रैल 2024 में 2.10 लाख करोड़ रुपये का जीएसटी संग्रह हुआ है। यह अब तक का सबसे बड़ा आंकड़ा है। साथ ही यह पहली बार है जब जीएसटी संग्रह ने दो लाख करोड़ के स्तर को पार किया है।
जीएसटी संग्रह को लेकर वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण की ओर से सोशल मीडिया पर की गई पोस्ट में बताया गया कि सकल जीएसटी संग्रह में सालाना आधार पर 12.4 प्रतिशत का इजाफा हुआ है। रिफंड के बाद शुद्ध जीएसटी आय 1.92 लाख करोड़ की रही है। इसमें सालाना आधार पर 17.1 प्रतिशत का उछाल आया है।
राज्यवार जीएसटी संग्रह अप्रैल 2024
वित्त मंत्रालय की ओर से जारी किए गए आंकड़ों के मुताबिक, महाराष्ट्र से 37,671 करोड़ रुपये का जीएसटी संग्रह हुआ है। वहीं, कर्नाटक से 15,978 करोड़, गुजरात से 13,301 करोड़, उत्तर प्रदेश से 12,290 करोड़, तमिलनाडु से 12,210 करोड़, हरियाणा से 12,168 करोड़, दिल्ली से 7,772 करोड़, पश्चिम बंगाल से 7,293 करोड़, तेलंगाना से 6,236 करोड़, ओडिशा से 5,902 करोड़, राजस्थान से 5,558 करोड़,आन्ध्र प्रदेश से 4,850 करोड़, मध्य प्रदेश से 4,728 करोड़, छत्तीसगढ़ से 4,001 करोड़ रुपये और झारखंड से 3,829 करोड़ रुपये का संग्रह हुआ है।
जीएसटी संग्रह बढ़ने का कारण
पीआईबी की प्रेस रिलीज में दी गई जानकारी में बताया गया है कि जीएसटी संग्रह बढ़ने का कारण मजबूत घरेलू लेनदेन का होना है। इसमें सालाना आधार पर 13.4 प्रतिशत की बढ़त देखने को मिली है। आयात लेनदेन में सालाना आधार पर 8.3 प्रतिशत की बढ़त हुई है। जीएसटी संग्रह में सेंट्रल जीएसटी संग्रह 43,846 करोड़, स्टेट जीएसटी संग्रह 53,538 करोड़ और आईजीएसटी संग्रह 99,623 करोड़ रुपये का रहा है।