हिंडनबर्ग रिपोर्ट सामने आने के बाद अडानी ग्रुप में बड़ा निवेश करने वाली अमेरिकी इन्वेस्टमेंट फर्म जीक्यूजी ने एक बार फिर अडानी ग्रुप पर भरोसा जताया है। जीक्यूजी द्वारा दिसंबर तिमाही में अडानी ग्रुप की कई कंपनियों में हिस्सेदारी बढ़ाई है। इसके बाद अमेरिकी निवेश कंपनी के पास अडानी एंटरप्राइजेज, अडानी पोर्ट, अडानी ग्रीन एनर्जी, अडानी एनर्जी सॉल्यूशंस, अंबुजा सीमेंट और अडानी पावर में हिस्सेदारी है।
किन कंपनियों में बढ़ाई हिस्सेदारी?
राजीव जैन के नेतृत्व में जीक्यूजी ने अडानी पोर्ट में अपनी हिस्सेदारी को दिसंबर तिमाही में बढ़ाकर 3.76 प्रतिशत कर दिया है, जो कि पहले 3.53 प्रतिशत थी। अडानी एंटरप्राइजेज में हिस्सेदारी को दिसंबर तिमाही में बढ़ाकर 2.95 प्रतिशत कर दिया है, जो कि पहले 2.74 प्रतिशत थी। अडानी ग्रीन में हिस्सेदारी को 3.55 प्रतिशत से बढ़ाकर 3.68 प्रतिशत कर दिया है।
अडानी पावर में जीक्यूजी ने हिस्सेदारी को बढ़ाकर 4.17 प्रतिशत कर दिया है। ये सितंबर तिमाही में 4.03 प्रतिशत थी। अंबुजा सीमेंट में जीक्यूजी ने हिस्सेदारी को बढ़ाकर 1.83 प्रतिशत कर गिया है। यह पहले 1.80 प्रतिशत थी। मौजूदा में जीक्यूजी पार्टनर्स की ओर से अडानी ग्रुप में किए गए निवेश की वैल्यू करीब 38,649 करोड़ रुपये है।
एलआईसी ने घटाई हिस्सेदारी
देश की सबसे बड़ी बीमा कंपनी एलआईसी की ओर से अडानी ग्रुप की कंपनियों में हिस्सेदारी को घटाया गया है। एलआईसी द्वारा दिसंबर तिमाही में अडानी पोर्ट में हिस्सेदारी को 9.07 प्रतिशत से घटाकर 8 प्रतिशत कर दिया है। वहीं, अडानी एंटरप्राइजेज में हिस्सेदारी को 4.23 प्रतिशत से घटाकर 4 प्रतिशत कर दिया है। अडानी एनर्जी सॉल्यूशंस में हिस्सेदारी को 3.68 प्रतिशत से घटाकर 3 प्रतिशत कर दिया गया है। इसके अलावा एलआईसी के पास अडानी ग्रीन, अंबुजा सीमेंट, एसीसी सीमेंट और अडानी टोटल गैस में भी हिस्सेदारी है।