GQG Partners की ओर से ओपन मार्केट सौदे में जीएमआर एयरपोर्ट्स में 1,672 करोड़ रुपये के करीब 5 प्रतिशत शेयर खरीदे हैं। जीक्यूजी पार्टनर्स वही विदेशी निवेशक फर्म है, जिसने हिंडनबर्ग रिपोर्ट आने के बाद अडानी ग्रुप की कंपनियों में बड़ी हिस्सेदारी खरीदी थी।
जानकारी के मुताबिक, जीएमआर एयरपोर्ट्स में जीएक्यूजी पार्टनर्स इमर्जिंग मार्केट फंड की ओर से 9,26,36,787 शेयर और गोल्डमैन सैक्स जीक्यूजी पार्टनर्स इंनटरनेशनल अपॉर्चुनिटी फंड द्वारा 19,02,45,637 शेयर खरीदे गए हैं। इस तरह जीक्यूजी ने जीएमआर के कुल 4.7 प्रतिशत शेयर ओपन मार्केट से खरीदे।
GMR के शेयर में आई तेजी
रिपोर्ट के अनुसार, ये डील 59.09 रुपये प्रति शेयर के हिसाब से 4 प्रतिशत के डिस्काउंट पर हुई है। इस डील के बाद जीएमआर के शेयरों में रिकॉर्ड उछाल दर्ज किया गया था। शुक्रवार के कारोबारी सत्र में जीएमआर एयरपोर्ट्स 11.67 प्रतिशत बढ़कर 68.90 रुपये प्रति शेयर पर बंद हुआ था। इस वर्ष की शुरुआत से अब तक जीएमआर 73 प्रतिशत का रिटर्न दे चुका है और पिछले तीन वर्षों में ये 190 प्रतिशत से अधिक बढ़ चुका है।
GMR का कारोबार
जीएमआर देश की बड़ी एयरपोर्ट कंपनियों में से एक है। कंपनी भारत में दिल्ली, गोवा, हैदराबाद के साथ बीदर एयरपोर्ट का संचालन करती है। इसके अलावा फिलीपींस और इंडोनेशिया में भी कंपनी के पास एक-एक एयरपोर्ट है। चालू वित्त वर्ष की सितंबर तिमाही में जीएमआर की ओर से 190 करोड़ रुपये का नुकसान दर्ज किया गया था। एक वर्ष पहले ये 197 करोड़ रुपये था। वहीं, इस दौरान कंपनी की आय 1,607 करोड़ रुपये रही थी।
अडानी ग्रुप में किया निवेश
हिंडनबर्ग रिपोर्ट के कारण अडानी ग्रुप में आई गिरावट में सबसे बड़ी खरीदारी जीक्यूजी की ओर से की गई थी। उस दौरान अमेरिकी निवेश फर्म ने अडानी एंटरप्राइजेज, अडानी ग्रीन और अडानी पावर के साथ कई कंपनियों में शेयर खरीदे थे।