पूर्वी भारत में हॉस्पिटल चेन चलाने वाली कंपनी जीपीटी हेल्थकेयर लिमिटेड के शेयर की लिस्टिंग एनएसई और बीएसई पर अपने इश्यू प्राइस 186 के मुकाबले 15 प्रतिशत प्रीमियम 215 रुपये और 216.5 रुपये प्रति शेयर पर हुई है। ऐसे में अब निवेशक में आगे इस शेयर में क्या करें। इसके बारे में विस्तार से बताने जा रहे हैं।
स्वास्तिका इन्वेस्टमार्ट लिमिटेड की हेड शिवानी न्याति का कहना है कि जीपीटी हेल्थकेयर लिमिटेड की पूर्वी भारत में एक बड़ी हॉस्पिटल चेन के रूप में पहचान हासिल है। हॉस्पिटल की ओर से 35 अलग-अलग प्रकार की बीमारियों का इलाज किया जाता है। कंपनी फिलहाल देश के ऐसे हिस्से में ऑपरेट करती है, जहां हेल्थकेयर इंडस्ट्री देश के अन्य हिस्सों के मुकाबले कम विकसित है। इसके अलावा उन्होंने बताया कि कंपनी के सामने अन्य हॉस्पिटलों से मुकाबले के साथ लो ऑक्यूपेंसी रेट जैसी चुनौतियां हैं।
निवेशक 190 का लगाए स्पॉटलॉस
न्याति की ओर से बताया गया कि जिन भी निवेशकों को आईपीओ में अलॉटमेंट मिला है। उन्हें 190 के स्टॉपलॉस के साथ इस शेयर में टिकना चाहिए। मध्यम से लंबी अवधि के नजरिए से इस शेयर को होल्ड करना चाहिए।
जीपीटी हेल्थकेयर का आईपीओ
जीपीटी हेल्थकेयर का आईपीओ 22 फरवरी से 26 फरवरी के बीच आम जनता के लिए खुला था। इसका प्राइस बैंड 177 रुपये से लेकर 186 रुपये तक किया गया था। इस आईपीओ में 40 करोड़ रुपये का फ्रैश इश्यू था। वहीं, 485 करोड़ रुपये का ऑफर फॉर सेल था।
कंपनी पूर्वी भारत में हॉस्पिटल चेन चलाती है। कंपनी के पास 561 बिस्तरों की कुल क्षमता वाले चार हॉस्पिटल है। कंपनी की स्थापना द्वारिका प्रसाद टांटिया, डॉ.ओम टांटिया और गोपाल टांटिया की ओर से 2000 में कोलकाता के सॉल्ट लेक इलाके में 8 बिस्तरों के हॉस्पिटल के जरिए हुई थी।