बिजली पैदा करने वाली कंपनी एनएचपीसी में सरकार 3.5 प्रतिशत हिस्सेदारी की बिक्री करने जा रही है। बिक्री की शुरुआत गुरुवार से यानी 18 जनवरी 2024 से होने जा रही है। यह हिस्सेदारी बिक्री न्यूनतम 66 रुपये प्रति शेयर के मूल्य पर होने जा रही है। भाषा की खबर के मुताबिक, बिक्री को लेकर सरकार ने बीते बुधवार को कहा कि इससे सरकारी खजाने में 2,300 करोड़ रुपये आएंगे। निवेश और लोक संपत्ति प्रबंधन विभाग के सचिव तुहिन कांत पांडे ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर लिखा - गैर-खुदरा निवेशकों के लिए एनएचपीसी में बिक्री पेशकश (ओएफएस) गुरुवार से खुलेगी। खुदरा निवेशक शुक्रवार को बोली लगा सकते हैं।
25 करोड़ से अधिक इक्विटी शेयर बेचेगी
खबर के मुताबिक, सरकार 3.5 प्रतिशत इक्विटी का विनिवेश करेगी। एक प्रतिशत का ग्रीनशू ऑप्शन है। यानी अधिक अभिदान आने पर एक प्रतिशत अतिरिक्त बोली रख सकती है। ओएफएस के हिस्से के रूप में सरकार एनएचपीसी में 25 करोड़ से अधिक इक्विटी शेयर बेचेगी। इसमें ‘ग्रीनशू’ ऑप्शन के तहत 10 करोड़ शेयर और बेचे जा सकेंगे।
बुधवार को 66 रुपये प्रति शेयर का न्यूनतम मूल्य एनएचपीसी शेयरों के बंद भाव से 9.66 प्रतिशत की छूट पर है। न्यूनतम कीमत पर बिक्री पेशकश से सरकारी खजाने को करीब 2,300 करोड़ रुपये मिलेंगे। एनएचपीसी का शेयर बुधवार को बीएसई में 0.90 प्रतिशत की बढ़त के साथ 73.06 रुपये प्रति इक्विटी पर बंद हुआ।
कंपनी के ईपीएस में बढ़त की संभावना
एनएचपीसी की बात करें तो हाल ही में एक रिपोर्ट में कहा गया कि वित्तीय वर्ष 2024-28 के बीच कंपनी की आरईई में 117 प्रतिशत की बढ़ोतरी देखने को मिल सकती है। इसके अलावा शॉर्ट टर्म पंप स्टोरेज में कंपनी के एंट्री करने और बड़ी परियोजनाओं पर शानदार अमल होने से इसके ईपीएस में बढ़त की संभावना है। एनएचपीसी देश की अग्रणी हाइड्रोइलेक्ट्रिक कंपनी है। कंपनी के पास अपने 25 इलेक्ट्रिक प्लांट हैं जिससे रिन्युएबल इनर्जी की कुल क्षमता 7097.2 मेगावाट है।