केंद्रीय भारी उद्योग मंत्री एच डी कुमारस्वामी ने बुधवार को कहा कि सरकार अपनी प्रमुख इलेक्ट्रिक मोबिलिटी अपनाने की योजना FAME के तीसरे चरण यानी फेम 3 योजना को एक या दो महीने में आखिरी रूप दे देगी। पीटीआई की खबर के मुताबिक, कुमारस्वामी ने कहा कि एक अंतर-मंत्रालयी समूह इस योजना के लिए मिले इनपुट पर काम कर रहा है, और (हाइब्रिड और) इलेक्ट्रिक वाहन (FAME) योजना के पहले दो चरणों में मुद्दों को हल करने का प्रयास किया जा रहा है।
योजना का शुरुआती लक्ष्य
खबर के मुताबिक, फेम 3 अस्थायी इलेक्ट्रिक मोबिलिटी प्रमोशन स्कीम (ईएमपीएस) 2024 की जगह लेगा, जो सितंबर में खत्म होने वाली है। फेम का दूसरा चरण 2019 में तीन साल के लिए 10,000 करोड़ रुपये के शुरुआती परिव्यय के साथ शुरू किया गया था। बाद में इसे 1,500 करोड़ रुपये के अतिरिक्त परिव्यय के साथ मार्च 2024 तक बढ़ा दिया गया। इस योजना का शुरुआती लक्ष्य 10 लाख इलेक्ट्रिक दोपहिया, 5 लाख इलेक्ट्रिक तिपहिया, 55,000 यात्री कारें और 7,000 इलेक्ट्रिक बसों को सहायता प्रदान करना था।
फेम 3 पर आए सुझाव पर हो रहा काम
केंद्रीय मंत्री कुमारस्वामी ने कहा कि फेम 3 पर कई सुझाव आ रहे हैं, क्योंकि फेम 1, फेम 2 में जो भी कमियां हैं, उन्हें कैसे अलग किया जाए, इसके लिए हम काम कर रहे हैं। यहां तक कि पीएमओ ने भी कुछ सुझाव दिए हैं, इसके लिए हमारा अंतर-मंत्रालयी समूह काम कर रहा है। फेम 3 की समयसीमा के बारे में पूछे जाने पर मंत्री ने कहा- 'मुझे लगता है कि 1 महीने या 2 महीने के भीतर इसे मंजूरी मिल जाएगी'।
ऑटोमोबाइल उद्योग से कई अनुरोध मिले
इस सवाल पर कि क्या फेम 3 प्रस्ताव को एक या दो महीने में मंजूरी के लिए केंद्रीय मंत्रिमंडल के पास भेजा जाएगा, मंत्री ने कहा-अभी भी कई सुझाव आ रहे हैं, हमें उन सभी चीजों को अपनाना होगा, जो भी सबसे अच्छा, सकारात्मक तरीका है, हमें उन फैसलों को लेना होगा। ऑटोमोबाइल डीलरों और खिलाड़ियों के पास अनबिके माल के बारे में पूछे गए सवाल पर कुमारस्वामी ने कहा कि उन्हें ऑटोमोबाइल उद्योग से कई अनुरोध मिले हैं। हम उद्योग को मजबूत करने में उनकी मदद करने के सर्वोत्तम तरीके पर काम कर रहे हैं।