उपभोक्ता मंत्रालय ने एजुटेक कंपनियों के खिलाफ स्कूलों पर अधिक पढ़ाई का बोझ की शिकायतों को लेकर बायजू और अनएकेडमी जैसे प्लेटफॉर्म के साथ एक बैठक बुलाई है। इससे पहले मंत्रालय ने रेस्तरां उद्योग और परिवहन यात्रा संबंधी सेवाएं देने वाली कंपनियों को फटकार लगाई थी। भ्रामक विज्ञापनों को रोकने के लिए सरकार के नए गाइडलाइंस पर उपभोक्ता मामलों के सचिव रोहित कुमार सिंह ने सवाल करते हुए कहा कि क्या एजुटेक कंपनियां अपने विज्ञापनों को लेकर खासकर बायजू के नए विज्ञापन ‘दो शिक्षक के लाभ’ के खिलाफ कार्रवाई कर रही है? इन सभी मुद्दों को लेकर उन्होंने अगले हफ्ते एजुटेक कंपनियों के साथ मीटिंग बुलाई है।
फर्जी रिव्यूज को रोकने के लिए बनाए जाएंगे गाइडलाइंस
वहीं, ई-कॉमर्स कंपनियों पर नकली और फर्जी समीक्षाओं (रिव्यू) को रोकने के लिए की गई कार्रवाई पर सचिव ने कहा कि नकली समीक्षाओं को रोकने के लिए दिशानिर्देश तैयार करने को लेकर एक समिति का गठन किया गया है। उन्होंने कहा कि ‘‘इस समिति में इंटरनेट पर अपना सामान बेचने वाले अमेजन, रिलायंस, उपभोक्ता संगठन और विधि कंपनियों के प्रतिनिधि शामिल होंगे। अगले 60 दिनों के भीतर नकली समीक्षाओं को रोकने के लिए नए गाइडलाइंस जारी करने की उम्मीद है।
भ्रामक विज्ञापनों को रोकने के लिए सरकार ने जारी किए नए गाइडलाइंस
सरकार ने शुक्रवार को भ्रामक विज्ञापनों को रोकने के लिए नए दिशानिर्देश जारी किए है। इसमें बच्चों को टारगेट करने और कस्टमर्स को लुभाने के लिए मुफ्त दावे करने वाले विज्ञापन शामिल हैं। गाइडलाइंस में यह निर्देश दिया गया है कि विज्ञापन जारी करने से पहले उचित सावधानी बरती जानी चाहिए। उपभोक्ता मामलों के मंत्रालय ने अधिसूचित नए दिशानिर्देशों में ‘सरोगेट’ विज्ञापनों पर भी रोक लगाई गई है और विज्ञापन दिखाते समय किसी उद्घोषणा में अधिक पारदर्शिता लाने की बात कही है।