सरकारी कंपनियों के लिए ये वित्त वर्ष काफी शानदार रहा है। लार्जकैप, मिडकैप और स्मॉलकैप सरकारी शेयरों में जबरदस्त तेजी देखने को मिली। इसी का परिणाम था कि बीएसई का पीएसयू इंडेक्स 9,497 अंक से बढ़कर 18,274 अंक हो गया है और 92.40 प्रतिशत का रिटर्न अपने निवेशकों को दिया है।
चालू वित्त वर्ष में पीएसयू शेयरों में तेजी की वजह सरकार द्वारा किया जाने वाला पूंजीगत खर्च है, जिसके चलते सरकारी कंपनियों को बड़े ऑर्डर मिल रहे हैं। अंतरिम बजट 2024 में सरकार ने पूंजीगत खर्च 11.11 लाख करोड़ करने का लक्ष्य रखा है, जो कि जीडीपी का 3.4 प्रतिशत है।
इन शेयरों ने दिया 458 प्रतिशत तक का रिटर्न
बीएसई पीएसयू इंडेक्स में 56 शेयर हैं। इनमें से 37 शेयरों ने 100 प्रतिशत से लेकर 458 प्रतिशत का रिटर्न अपने निवेशकों को दिया है। इस लिस्ट में आईआरएफसी टॉप पर है। इस शेयर ने वित्त वर्ष 24 में निवेशकों को 458 प्रतिशत का रिटर्न दिया है। वहीं, हुडको 359 प्रतिशत के रिटर्न के साथ दूसरे नंबर पर रहा है। एमआरपीएल रिटर्न देने में तीसरे नंबर पर रहा है और निवेशकों को 330 प्रतिशत का रिटर्न दिया है। कोचिन शिपयार्ड, इरकॉन इंटरनेशनल, आरईसी, एसजेवीएन,एनबीसीसी, आरवीएनएल, बीएचईएल, पीएफसी और एनएलसी इंडिया ने 200 प्रतिशत से लेकर 300 प्रतिशत का रिटर्न वित्त वर्ष 24 में अपने निवेशकों को दिया है।
इसके अलावा मझगांव डॉक शिपबिल्डर्स , हिंदुस्तान कॉपर, आईटीआई, इंजीनियर्स इंडिया, इंडियन ओवरसीज बैंक , पंजाब नेशनल बैंक , बैंक ऑफ महाराष्ट्र , सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया , जनरल इंश्योरेंस कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया, एचएएल, पंजाब एंड सिंध बैंक जैसे स्टॉक शामिल हैं। एमएमटीसी, यूनियन बैंक ऑफ इंडिया , द न्यू इंडिया एश्योरेंस कंपनी, ऑयल इंडिया, केआईओसीएल, यूको बैंक, एनएचपीसी, मिश्र धातु निगम, भारत इलेक्ट्रॉनिक्स , आईओसी, केनरा बैंक, कोल इंडिया, एचपीसीएल और नाल्को ने अपने निवेशकों को वित्त वर्ष 24 में 100 से लेकर 195 प्रतिशत का रिटर्न दिया है।