सरकार को आईडीबीआई बैंक में करीब 61 प्रतिशत हिस्सेदारी की रणनीतिक बिक्री के लिए शुरुआती दौर की कई बोलियां मिली हैं। विनिवेश प्रक्रिया की निगरानी करने वाले दीपम विभाग के सचिव तुहीन कांत पांडेय ने शनिवार को एक ट्वीट में यह जानकारी दी। उन्होंने कहा, आईडीबीआई बैंक में सरकार और एलआईसी की हिस्सेदारी के रणनीतिक विनिवेश के लिए कई अभिरुचि पत्र मिले हैं। इसके साथ ही इस बैंक के विनिवेश की प्रक्रिया अब दूसरे चरण में पहुंचेगी जिसमें संभावित बोलीकर्ता वित्तीय बोलियां लगाने के पहले जांच-पड़ताल का काम पूरा करेंगे।
एलआईसी भी अपनी हिस्सेदारी बेचने को तैयार
सरकार के साथ एलआईसी भी आईडीबीआई बैंक में अपनी कुल 60.72 प्रतिशत हिस्सेदारी की बिक्री करने की तैयारी में है। इसके लिए गत अक्टूबर में संभावित खरीदारों से बोलियां आमंत्रित की गई थीं। बोलियां लगाने की अंतिम तारीख 16 दिसंबर थी जिसे बाद में बढ़ाकर सात जनवरी कर दिया गया था। फिलहाल इस बैंक में सरकार और एलआईसी दोनों की मिलाकर 94.71 प्रतिशत हिस्सेदारी है। इनमें से 60.72 प्रतिशत हिस्सेदारी की रणनीतिक बिक्री पूरी हो जाने के बाद सफल बोलीकर्ता आम शेयरधारकों से 5.28 प्रतिशत हिस्सेदारी की खरीद के लिए खुली पेशकश लेकर आएगा।
22,500 करोड़ की पूंजी जरूरी
पहले निवेश एवं लोक परिसंपत्ति प्रबंधन विभाग (दीपम) ने कहा था कि संभावित खरीदारों के पास न्यूनतम 22,500 करोड़ रुपये की शुद्ध हैसियत होनी चाहिए। इसके अलावा बोलीकर्ता के लिए पिछले पांच में से तीन साल शुद्ध लाभ की स्थिति में भी होना होगा।