दिग्गज टेक कंपनी गूगल की ओर से 2024 की पहली छंटनी का ऐलान किया गया है। कंपनी द्वारा ये छंटनी रीस्ट्रक्चर प्लान के तहत की गई है। अमेरिकी मीडिया की रिपोर्ट में ये जानकारी दी गई। इस छंटनी की सूचना कंपनी के सीएफओ रूथ पोराट द्वारा मेमो के जरिए दी गई और कंपनी के नए प्लान के बारे में बताया। बता दें, कुछ समय पहले गूगल के सीईओ सुदंर पिचाई भी लेऑफ को लेकर बयान दिया था।
क्या है गूगल का प्लान?
रूथ पोराट द्वारा भेजे गए मेमो में बताया गया कि टेक सेक्टर एक बड़े बदलाव के दौर से गुजर रहा है और एआई की तरफ जा रहा है। एक कंपनी के रुप में यह हमारे लिए एक अवसर है, जिसमें हम नए और मददगार प्रोडक्ट्स के जरिए अरबों यूजर्स की मदद कर सकते हैं और अच्छे सॉल्यूशंस उपलब्ध करा सकते हैं। लेकिन इसका मतलब यह भी है कि हमें कुछ सख्त फैसले लेने होंगे, जिसमें ये भी शामिल है कि हमें किन क्षेत्रों को अधिक महत्व देना है। आगे उन्होंने मेमो में कहा कि हमें कुछ प्रतिभाशाली टीम साथियों और दोस्तों को अलविदा कहते हुए दुख हो रहा है जिनकी हम परवाह करते हैं और हम जानते हैं कि यह बदलाव मुश्किल है।
छंटनी का किन कर्मचारियों पर होगा असर?
गूगल की ओर से फिलहाल इस बात का खुलासा नहीं किया गया है कि आखिरी कितने कर्मचारियों की छंटनी की गई है। लेकिन रिपोर्ट में दावा किया गया है कि इस छंटनी का सबसे ज्यादा असर फाइनेंस डिवीजन के लोगों पर हुआ है। इस छंटनी का असर एशिया, यूरोप,मध्यमपूर्व में गूगल के कर्मचारियों पर पड़ेगा। रिपोर्ट में यह भी बताया गया कि कंपनी बेंगलुरु, डबलिन, मैक्सिको सिटी, अटलांटा और शिकागो में केंद्रीय हब बनाने जा रही है।
इन कंपनियों ने भी की छंटनी
गूगल के पहले टेस्ला, एपल और अमेजन आदि भी छंटनी कर चुकी है। रिपोर्ट्स की माने तो 2024 में करीब 58,000 टेक कर्मचारियों की छंटनी हो चुकी है।