Good News For Unemployed: यह साल जब से शुरू हुआ है तब से नौकरी जाने की खबर आए दिन आती रहती है। कभी कोई कंपनी लेऑफ करती है तो किसी दिन कोई कंपनी अपने यहां से लोगों को निकालने का फरमान जारी कर देती है। नौकरी जानें के इस माहौल में नई नौकरी की उम्मीद काफी कम दिख रही है। इसके पीछे का एक कारण बाजार में नौकरियों की मौजूदगी का कम होना भी है। नियुक्ति गतिविधियां मई में सालाना आधार पर सात प्रतिशत तक घट गई हैं। बृहस्पतिवार को जारी हुई एक रिपोर्ट के अनुसार, इसके पीछे मुख्य कारण ये है कि कंपनियों ने आर्थिक सुस्ती को देखते हुए खर्च कम करने के लिए कदम उठाने शुरू कर दिए हैं।
क्या कहते हैं आंकड़े?
फाउंडइट (पूर्व में मॉन्स्टर एपीएसी एंड एमई) ने फाउंडइट इनसाइट्स ट्रैकर (एफआईटी) जारी करते हुए मासिक भर्ती रुझानों पर लेटेस्ट आंकड़े पेश किए हैं। हालिया आंकड़ों के अनुसार, मई में भर्ती संबंधी गतिविधियों में सालाना आधार पर सात प्रतिशत गिरावट आई है। हालांकि, सामान्य गिरावट के बावजूद, अहमदाबाद और जयपुर जैसे दूसरी श्रेणी के शहरों में सकारात्मक रुझान देखा गया। रिपोर्ट के अनुसार, भर्ती गतिविधियों में माह-दर-माह आधार पर चार प्रतिशत की दर से कमी लगभग सभी क्षेत्रों में देखी गई। रिपोर्ट में बताया गया कि भर्तियों में गिरावट के लिए कई कारक हैं। इनमें आर्थिक सुस्ती भी है, जिसके कारण कंपनियों को खर्च कटौती करनी पड़ी है।
फाउंडइट के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) शेखर गरिसा ने कहा कि भर्तियों का मौजूदा रुझान भारतीय रोजगार बाजार की चुनौतियों को दर्शाता है। हालांकि, इन चुनौतियों के बीच वृद्धि के भी कई अवसर हैं।