Highlights
- फ्रेशर्स को भर्ती करने वाली कंपनियों की संख्या 30% बढ़ी
- पहली छमाही में 47 प्रतिशत से अधिक कंपनियों ने फ्रेशर्स की नियुक्ति की मंशा जताई
- कंपनियां ऐसे उम्मीदवार ढूंढती हैं जिनके पास एनालिटिकल थिंकिंग और दबाव प्रबंधन का कौशल हो
नई दिल्ली। चालू साल की पहली छमाही यानी जनवरी से जून के दौरान नए लोगों (फ्रेशर्स) को नियुक्त करने की नियोक्ताओं की मंशा में पिछले साल की समान अवधि की तुलना में 30 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है। एक रिपोर्ट में यह जानकारी देते हुए कहा गया है कि इससे आर्थिक गतिविधियों में उल्लेखनीय पुनरुद्धार का संकेत मिलता है।
टीमलीज एजटेक की प्रमुख ‘करियर परिदृश्य रिपोर्ट’ के अनुसार, चालू साल की पहली छमाही में 47 प्रतिशत से अधिक कंपनियों ने फ्रेशर्स की नियुक्ति की मंशा जताई है। जनवरी-जून, 2021 में ऐसा कहने वाली कंपनियों की संख्या मात्र 17 प्रतिशत थी। टीमलीज एजटेक के संस्थापक एवं मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) शांतनु रूज ने कहा, यह काफी खुशी की बात है कि महामारी की चुनौतियों के बावजूद कंपनियों का नए लोगों की नियुक्ति का रुझान ऊपर की ओर है। इसमें 30 प्रतिशत की वृद्धि हुई है।
रूज ने कहा कि अर्थव्यवस्था के पुनरुद्धार और वृद्धि पर ध्यान दिए जाने की वजह से कंपनियों की नियुक्ति की मंशा में बढ़ोतरी हुई है। टीमलीज एजटेक की सह-संस्थापक एवं अध्यक्ष नीति शर्मा ने कहा, जब नए लोगों की नियुक्ति की बात आती है, तो कंपनियां ऐसे उम्मीदवार ढूंढती हैं जिनके पास एनालिटिकल थिंकिंग और नवोन्मेष, दबाव प्रबंधन और बातचीत का कौशल हो और उनका रवैया सकारात्मक हो।