रिलायंस ग्रुप की गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनी (NBFC) जियो फाइनेंशियल सर्विसेज को लेकर अच्छी खबर आई है। दरअसल, एलारा कैपिटल ने अपनी रिसर्च रिपोर्ट में कहा है कि जियो फाइनेंशियल सर्विसेज वित्तीय क्षेत्र में एक विघटनकारी शक्ति के रूप में उभरेगी। हालांकि, इसमें लंबा वक्त लग सकता है। यह लाखों जियो फाइनेंशियल के शेयर में निवेश करने वाले निवेशकों के लिए अच्छी खबर है। आपको बता दें कि जियो फाइनेंशियल अपने लिस्ट भाव से नीचे ट्रेड कर रहा है। इससे निवेशकों को नुकसान उठाना पड़ रहा है। आज भी शेयर 1.42% टूटकर 229.90 रुपये पर कारोबार कर रहा है।
तमाम कंपनियों को मिलेगी टक्कर
रिपोर्ट में कहा गया है कि जियो फाइनेंशियल फिनटेक और नए जमाने के बिजनेस के निर्माण, संचालन में एक वित्तीय पावरहाउस है। जियो फाइनेंशियल एनबीएफसी-सीआईसी में तब्दील हो जाएगा और, यह एक होल्डिंग कंपनी होगी, जो अपनी उपभोक्ता-सामना वाली सहायक कंपनियों के माध्यम से वित्तीय सेवा व्यवसाय संचालित करती है। रिपोर्ट में कहा गया है, हम इसे फिनटेक और नए युग की तरह काम करते हुए देखते हैं। यह अधिग्रहण, जुड़ाव और मुद्रीकरण के सिद्धांत पर काम करेगा। विशाल डेटा और व्यापक वितरण इस क्षमता को बढ़ाते हैं।
जियो फाइनेंशियल इसलिए सबसे अलग
गो-टू-मार्केट बिजनेस मॉडल की सफलता फ्लाईव्हील प्रभाव पर निर्भर है। जियो फाइनेंशियल समूह की ताकत 18,000 से अधिक खुदरा स्टोर, 50 मिलियन से अधिक पंजीकृत उपयोगकर्ता, और इसके दूरसंचार व्यवसाय के 400 मिलियन से अधिक ग्राहक का लाभ उठा सकता है। रिपोर्ट में कहा गया है कि इसके अलावा, एक मजबूत पूंजी आधार, मजबूत प्रमोटर (क्रेडिट रेटिंग में फीडिंग), फुर्तीला तकनीकी वास्तुकला और एक अनुभवी टीम के साथ एक दूरदर्शी नेता (गठन चल रहा है) जियो फाइनेंशियल को एक अच्छा लॉन्चपैड प्रदान करता है।