देश में कारोबार को लेकर भरोसा महामारी-पूर्व (2019-20) और उसके बाद के महामारी के वर्षों के निचले स्तर से बेहतर हुआ है। हालांकि, धारणा चालू वित्त वर्ष की तीन तिमाहियों में बीते वित्त वर्ष की इसी अवधि के मुकाबले नरम बनी हुई है। आर्थिक शोध संस्थान नेशनल काउंसिल ऑफ एप्लॉयड इकनॉमिक रिसर्च (एनसीएईआर) ने कहा कि एनसीएईआर-एनएसई कारोबार भरोसा सूचकांक (बीसीआई) 2022-23 की तीसरी तिमाही में बढ़कर 126.6 रहा जो एक साल पहले इसी तिमाही में 124.4 था। हालांकि 2022-23 की पहली, दूसरी और तीसरी तिमाही में धारणा लगातार नरम बनी रही।
कारोबार को लेकर दिखे अच्छे संकेत
शोध संस्थान ने कहा कि वृहद आर्थिक स्थिति को लेकर धारणा 2022-23 की तीसरी तिमाही में इससे पिछली दूसरी तिमाही की तुलना में उत्साहजनक रही। एनसीएईआर ने दिसंबर, 2022 में कारोबार उम्मीद को लेकर सर्वे (बीईएस) का 123वां दौर दिसंबर, 2022 में नेशनल स्टॉक एक्सचेंज के समर्थन से किया। शोध संस्थान हर तिमाही बीईएस सर्वे 1991 से कर रहा है। इसमें चार क्षेत्रों की 500 कंपनियों को शामिल किया जाता है। सर्वे में आर्थिक स्थिति को लेकर सकारात्मक प्रतिक्रिया मिली और यह पिछले सर्वे से अधिक है। इसके अनुसार अगले छह महीने में आर्थिक मोर्चे पर स्थिति सुधरेगी। इसमें निवेश को लेकर मौजूदा परिवेश सकारात्मक होने की भी बात कही गयी है।
वित्तीय स्थिति अगले छह महीने में बेहतर होगी
वहीं दूसरी तरफ कंपनियों की अपनी स्थिति को लेकर धारणा दो तिमाहियों के बीच नरम हुई है। सर्वे के अनुसार, कंपनियों की वित्तीय स्थिति अगले छह महीने में बेहतर होगी और मौजूदा क्षमता उपयोग अनुकूलतम स्तर के करीब या उससे ऊपर है। बता दें, आईएमएफ ने इस साल दुनियाभर में मंदी आने की चेतावनी दी है। इसमें भारत को कम नुकसान होगा। भारतीय अर्थव्यवस्था इस दौरान भी विकास की रफ्तार पर दौड़ेगी। पूरी दुनिया में इंडिया एकलौता ऐसा देश होगा जहां तरक्की मंदी के बीच में भी होती हुई दिखेगी।