वैश्विक निवेश बैंकिंग और वित्तीय सेवा कंपनी गोल्डमैन सैक्स अपनी अब तक की सबसे बड़ी छंटनी करने जा रही है। कंपनी इस सप्ताह अपने 3200 से अधिक कर्मचारियों को नौकरी से निकालने जा रही है। वहीं मीडिया रिपोर्ट के अनुसार यह संख्या 3000 से अधिक हो सकती है। संभव है कि नौकरियों में कटौती इससे भी अधिक हो सकती है। हालांकि इस पर फैसला कुछ दिनों में लिया जाएगा। बता दें कि अमेजन ने हाल ही में 18000 से अधिक कर्मचारियों की छंटनी का ऐलान किया है।
सूत्रों के मुताबिक, छंटनी के तहत जिन कर्मचारियों को निकाला जाना है। उसमें कोर ट्रेडिंग और बैंकिंग इकाइयों से जुड़े कर्मचारी शामिल होंगे। कंपनी का यह फैसला अमेरिका में मंदी और सिकुड़ते बैंकिंग क्षेत्र में नौकरी में कटौती की भयावहता को दर्शाता है। वैश्विक वित्तीय बाजारों में बढ़ती अस्थिरता के बीच संस्थागत बैंकों ने कॉर्पोरेट डील्स में कमी दर्ज की है।
गौरतलब है कि तीसरी तिमाही के अंत तक, गोल्डमैन के पास फिलहाल 49,000 से अधिक कर्मचारी है। कंपनी ने कोविड के दौरान अपने वर्कफोर्स में जोरदार इजाफा किया था। गोल्डमैन सैक्स के मुख्य कार्यकारी डेविड सोलोमन ने कर्मचारियों को साल के अंत में भेजे गए वॉयस मेमो में कर्मचारियों की संख्या में कमी के बारे में चेतावनी दी थी। हालांकि, उस समय मेमो पर गोल्डमैन सैश ने कोई टिप्पणी नहीं की थी।
कंपनी के इस फैसले के पीछे का कारण बिगड़ते वैश्विक आर्थिक माहौल को माना जा रहा है। मौजूदा वैश्विक परिस्थिति ने उद्योगों में कई कंपनियों को अपनी विस्तार रणनीतियों पर पुनर्विचार करने और लागत में कटौती पर ध्यान केंद्रित करने को मजबूर किया है। इस समय छंटनी की सबसे ज्यादा खबरें आईटी कंपनियों की ओर से आई हैं। वहीं वित्तीय सेवा क्षेत्र के लोगों को भी कड़ी चोट लगी है। दिसंबर 2022 में, एक अन्य वैश्विक निवेश बैंक, मॉर्गन स्टेनली ने अपने कुल कार्यबल का लगभग दो प्रतिशत को नौकरी से निकालने की घोषणा की है।
इसके अलावा सिटीग्रुप और बार्कलेज जैसी अन्य प्रमुख फर्मों ने भी आसन्न वैश्विक मंदी की आशंकाओं के बीच घटते राजस्व को देखते हुए अपने वर्कफोर्स में कटौती की है। आईटी और वित्तीय सेवाओं जैसे उद्योगों में कर्मचारियों के लिए स्थिति और खराब हो सकती है क्योंकि मध्यम आकार की कंपनियां जल्द ही वैश्विक आर्थिक मंदी के खिलाफ एहतियाती उपाय के रूप में बड़ी कंपनियों के फैसलों की नकल करना शुरू कर सकती हैं।