Highlights
- शुक्रवार को सोने की कीमतों में जबर्दस्त उछाल देखने को मिला है
- सोना शुक्रवार के कारोबार में 700 रुपये प्रति 10 ग्राम महंगा हो गया
- चांदी 1,900 रुपये प्रति किलो की तेजी के साथ 56,500 रुपये पर पहुंची
Gold Rate Today 29 July: आप अगर सोना खरीदने की सोच रहे थे, तो अब शायद दे हो रही है। सोने की कीमतें बीते कई दिनों से उफान मार रही हैं। इसी बीच शुक्रवार को सोने की कीमतों में जबर्दस्त उछाल देखने को मिला है। सोना शुक्रवार के शुरुआती कारोबार में 700 रुपये प्रति 10 ग्राम महंगा हो गया। शुक्रवार को 24 कैरेट सोना 51,380 रुपये पर कारोबार कर रहा था। वहीं चांदी का भाव शुक्रवार को 1,900 रुपये प्रति किलो की तेजी के साथ 56,500 रुपये पर पहुंच गया।
शहर | 22 कैरेट | 24 कैरेट |
दिल्ली | 47,100 रुपये | 51,380 रुपये |
मुंबई | 47,100 रुपये | 51,380 रुपये |
कोलकाता | 47,100 रुपये | 51,380 रुपये |
चेन्नई |
47,670 रुपये |
52,000 रुपये |
ये है एक किलो चांदी के दाम
मुंबई, दिल्ली और कोलकाता में एक किलो चांदी 56,500 रुपये पर बिक रही है। वहीं, चेन्नई, बेंगलुरु और हैदराबाद में एक किलो चांदी शुक्रवार को 61,200 रुपये पर कारोबार कर रही है।
विदेशी बाजारों में दाम
अमेरिकी सोना वायदा 0.1 फीसदी की तेजी के साथ 1,752.70 डॉलर प्रति औंस पर पहुंच गया। मई के मध्य के बाद से सोना अपने सबसे अच्छे सप्ताह के लिए ट्रैक पर है, अब तक कीमतों में 1.6 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। हालांकि, बुलियन के लगातार चौथी मासिक गिरावट से बचने की संभावना नहीं है, नवंबर 2020 के बाद से इसका सबसे खराब घाटा है। हाजिर चांदी 0.2 प्रतिशत की मजबूत के साथ 20.01 डॉलर प्रति औंस हो गई।
जुलाई की शुरुआत में भाव 52000 से ऊपर था
इस महीने की शुरुआत में सोने का भाव 52 हजार रुपये से अधिक था। राष्ट्रीय राजधानी में 5 जुलाई को सोने का भाव 52,050 रुपये प्रति 10 ग्राम था। वहीं, चांदी की कीमत 58,358 रुपये प्रति किलो पर पहुंच गई थी। इसके बाद सोने और चांदी की कीमत में लगातार गिरावट देखने को मिल रही है।
गोल्ड ज्वैलरी की घट सकती है मांग
भारत में सोने के आभूषणों (Gold Jewelery) की मांग चालू वित्त वर्ष में पांच फीसदी घटकर 550 टन रह सकती है। इसकी मुख्य वजह सीमा शुल्क (Custom Duty) में बढ़ोतरी है। एक रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई है। रेटिंग एजेंसी क्रिसिल (CRISIL) ने बुधवार को कहा कि 30 जून को सोने पर सीमा शुल्क को 5 फीसदी बढ़ाकर 12.5 फीसदी किया गया। इससे चालू वित्त वर्ष में स्वर्ण आभूषणों के खुदरा विक्रेताओं की राजस्व वृद्धि स्थिर रहने की संभावना है।