Highlights
- पिछले एक दशक में सोने में 134 फीसदी की तेजी आई है
- 2000 की बात करें तो तब सोने के भाव 4400 रुपये प्रति 10 ग्राम थे
- अगले 10 साल में यानि 2010 तक 16,650 रुपये प्रति 10 ग्राम तक पहुंची
सोना महिलाओं का पहला प्यार तो है ही, साथ ही यह सभ्यता की शुरुआत से ही भविष्य की सबसे महत्वपूर्ण पूंजी माना जाता है। कहा जाता है कि आपके पास यदि सोना है तो आपकी तकदीर में जिंदगी भर ही 'सोना' है। आज के दौर में जहां निवेश के कई आधुनिक साधन जैसे शेयर, म्युचुअल फंड, बैंक एफडी या फिर अन्य फाइनेंस स्कीम मौजूद हैं, उस बीच सोना अभी भी रिटर्न के मामले में अपनी चमक बिखेर रहा है।
सोने में निवेश को पारंपरिक रूप से महंगाई के खिलाफ सबसे अच्छा हथियार माना जाता है। आज महंगाई जहां हर महीने नए रिकॉर्ड बना रही है, ऐसे में सोना मजबूती के साथ महंगाई का मुकाबला कर रहा है। हालांकि, कुछ जानकारों का तर्क हैं कि सोना अब महंगाई से सुरक्षा नहीं दे पा रहा है। लेकिन हर कोई यह तो जरूर मानता है कि संकट के समय में लाभ की स्थिति में टिके रहने के लिए यह निश्चित रूप से एक सुरक्षित क्षेत्र है।
बीते 20 साल में दिया छप्परफाड़ रिटर्न
अगर आप पिछले 20 साल में सोने के रिटर्न पर नजर डालें तो सोने का यह सफर वाकई में सुनहरा रहा है। पिछले एक दशक में सोने में 134 फीसदी की तेजी आई है। वहीं साल 2000 की बात करें तो तब सोने के भाव 4400 रुपये प्रति 10 ग्राम थे, ये कीमतें अगले 10 साल में यानि 2010 तक 16,650 रुपये प्रति 10 ग्राम तक पहुंच गए। इसकी कीमत अप्रैल 2022 को यह करीब 53,500 रुपये तक पहुंच गई थीं। हालांकि यह अभी भी अगस्त 2020 की 56200 रुपये प्रति 10 ग्राम से कम हैं।
एक साल में सोने ने दिया 11% का रिटर्न
बीते एक साल में गोल्ड ने 11.7% का रिटर्न दिया है। शेयर मार्केट की तुलना में यह बहुत आकर्षक है। मई 2021 के बाद सोने ने काफी तेजी से बढ़ोत्तरी की है। कमोडिटी मार्केट एक्सपर्ट के अनुसार, आज सोने की कीमत में इस वृद्धि को तीन प्रमुख कारणों के लिए जिम्मेदार ठहराया जा सकता है - कोरोना महामारी के बीच सुरक्षित निवेश की खोज, अंतरराष्ट्रीय स्तर पर राजनैतिक उठापटक एवं युद्ध और प्रमुख कमोडिटी की कीमतों में बेतहाशा वृद्धि से मुद्रास्फीति की चिंता।
क्या सोने में निवेश फायदेमंद
कहा जाए तो सोने में निवेश का कोई सही या गलत समय नहीं होता, आपको हमेशा थोड़ा थोड़ा सोना खरीदने की सलाह दी जाती है। हाल के दिनों में सोना रेंज बाउंड रहा है। कीमतों में बड़ी उठापटक देखने को नहीं मिली है। कीमती धातु की घरेलू कीमत अप्रैल के उच्च शिखर 53,500 रुपये प्रति 10 ग्राम से गिरकर 51,000 रुपये प्रति 10 ग्राम हो गई है। मई में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सोने की कीमतें 1837 डॉलर प्रति औंस थीं, जो अप्रैल की तुलना में 3% कम है।