Saturday, January 04, 2025
Advertisement
  1. Hindi News
  2. पैसा
  3. बिज़नेस
  4. Gold का भाव एक साल में 27% उछल गया, क्या 2025 में भी अपनी शानदार बढ़त जारी रखेगा?

Gold का भाव एक साल में 27% उछल गया, क्या 2025 में भी अपनी शानदार बढ़त जारी रखेगा?

इस साल औसतन 2,386 डॉलर प्रति ट्रॉय औंस के साथ, सोने की कीमत में सालाना औसत आधार पर 23 प्रतिशत की वृद्धि हुई, जबकि पेशेवर विश्लेषकों ने केवल 6.1 प्रतिशत की वृद्धि की उम्मीद की थी।

Written By: Sourabha Suman @sourabhasuman
Published : Jan 03, 2025 16:58 IST, Updated : Jan 03, 2025 16:58 IST
2024 में हासिल की गई कीमत में वृद्धि वित्तीय विश्लेषकों के पूर्वानुमानों से ज्यादा रही।
Photo:FILE 2024 में हासिल की गई कीमत में वृद्धि वित्तीय विश्लेषकों के पूर्वानुमानों से ज्यादा रही।

सोना साल 2024 में 26.6 प्रतिशत की जबरदस्त तेजी के साथ महंगा हो गया। इंटरनेशनल ट्रेंड देखें तो पिछले साल एसएंडपी 500 में 23 प्रतिशत की ग्रोथ दिखी। 31 अक्टूबर को हैलोवीन पर सोने ने 2,790 डॉलर प्रति औंस के सर्वकालिक रिकॉर्ड को छुआ और लेखन के समय यह 2,642 डॉलर पर कारोबार कर रहा था। डेलीमेल की खबर के मुताबिक, फाइनेंशियल एक्सपर्ट्स का मानना है कि स्टॉक में बिकवाली, मुद्रास्फीति या भू-राजनीतिक झटके 2025 में सोने के लिए एक और उछाल ला सकते हैं। बुलियनवॉल्ट के शोध निदेशक एड्रियन ऐश के मुताबिक, 2024 में हासिल की गई कीमत में वृद्धि वित्तीय विश्लेषकों के पूर्वानुमानों से ज्यादा रही।

उम्मीद से बहुत ज्यादा बढ़ी सोने की कीमत

खबर के मुताबिक,  इस साल औसतन 2,386 डॉलर प्रति ट्रॉय औंस के साथ, सोने की कीमत में सालाना औसत आधार पर 23 प्रतिशत की वृद्धि हुई, जबकि पेशेवर विश्लेषकों ने केवल 6.1 प्रतिशत की वृद्धि की उम्मीद की थी। ऐश का कहना है कि एक संतुलित पोर्टफोलियो में सोना रखने के कई फायदे हैं। कीमती धातु धन का भंडार है और मुद्रास्फीति के खिलाफ बचाव है, विविधता लाने का एक उपयोगी तरीका है और वित्तीय और राजनीतिक उथल-पुथल के दौरान एक सुरक्षित आश्रय संपत्ति है। हालांकि, आपको स्पष्ट दृष्टि रखने की आवश्यकता है, क्योंकि सोना कोई आय उत्पन्न नहीं करता है और कीमत अस्थिर हो सकती है।

क्या कहते हैं स्थानीय एक्सपर्ट

दिल्ली स्थित ऑल बुलियन एंड ज्वेलर्स एसोसिएशन के चेयरमैन योगेश सिंघल कहते हैं कि हम सोने के भाव में आने वाले समय में 10 प्रतिशत करेक्शन होने की उम्मीद कर रहे हैं। हालांकि, यह काफी हद तक भू-राजनीतिक तनाव और इंटरनेशनल मार्केट के रुख पर निर्भर करेगा। भारत में सोने की डिमांड के एक सवाल पर उन्होंने कहा कि पिछले साल के मुकाबले इस साल डिमांड कम रहने की आशंका है, क्योंकि कीमतें ज्यादा हैं। निवेशकों के लिए सिंघल ने कहा है कि उन्हें सोने की हर गिरावट में खरीदारी करनी चाहिए।

सोने की कीमत पर किसका होता है असर

दुनिया के सबसे शक्तिशाली केंद्रीय बैंक, यूएस फेडरल रिजर्व द्वारा किए गए कदम इसमें महत्वपूर्ण हैं। दरों में कटौती, या सिर्फ उनकी संभावना, निवेशकों के लिए सोने को अधिक आकर्षक बनाती है क्योंकि वे डॉलर को कमजोर करते हैं और मुद्रास्फीति को बढ़ावा दे सकते हैं। कई लोग सोना रखना पसंद करते हैं और उनके पास बहुत पैसा है। बीते कुछ सालों में इस बात की बहुत अटकलें लगाई गई हैं कि गुप्त व्यापारिक गतिविधि ने भी सोने की कीमत को प्रभावित किया है। यूक्रेन पर आक्रमण के कारण रूस के खिलाफ प्रतिबंध लगाए गए, जिसके पास दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा सोने का खनन उद्योग है।

एक मजबूत डॉलर सोने को अधिक महंगा बनाता है और यह सभी प्रकार के खरीदारों को हतोत्साहित कर सकता है और कीमत पर भार डाल सकता है। सिक्कों, बार और आभूषणों की मांग, जो मौसमी हो सकती है। उदाहरण के लिए, दिवाली का त्योहार भारत में सोने के आभूषण खरीदने का एक लोकप्रिय समय है, और चीन में चंद्र नव वर्ष भी सभी प्रकार के भौतिक सोने के लिए लोकप्रिय है। इसका असर भी सोने पर होता है।

Latest Business News

India TV पर हिंदी में ब्रेकिंग न्यूज़ Hindi News देश-विदेश की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट और स्‍पेशल स्‍टोरी पढ़ें और अपने आप को रखें अप-टू-डेट। Business News in Hindi के लिए क्लिक करें पैसा सेक्‍शन

Advertisement
Advertisement
Advertisement