कस्टम ड्यूटी में भारी कटौती और त्योहारी मांग आने से अगस्त में सोने का आयात दोगुने से अधिक होकर 10.06 अरब डॉलर के रिकॉर्ड उच्च स्तर पर पहुंच गया। वाणिज्य मंत्रालय की तरफ से जारी आंकड़ों के मुताबिक, एक साल पहले की समान अवधि में सोने का आयात 4.93 अरब डॉलर रहा था। वाणिज्य सचिव सुनील बर्थवाल ने स्वर्ण आयात के इस रिकॉर्ड स्तर पर अपनी प्रतिक्रिया में कहा कि सोने पर सीमा शुल्क दरों में भारी कटौती की गई है ताकि सोने की तस्करी और अन्य गतिविधियों में कमी आ सके।
सोने का दूसरा सबसे बड़ा उपभोक्ता भारत
बर्थवाल ने कहा, "यह वह समय है जब जौहरी त्योहारों के मौसम में बिक्री के लिए अपने माल का स्टॉक करना शुरू करते हैं।" वित्त वर्ष 2024-25 के बजट में सरकार ने शुल्क को 15 प्रतिशत से घटाकर छह प्रतिशत करने की घोषणा की थी। भारत का स्वर्ण आयात चालू वित्त वर्ष के पहले चार महीनों (अप्रैल-जुलाई) में 4.23 प्रतिशत घटकर 12.64 अरब डॉलर रह गया। पिछले वित्त वर्ष 2023-24 में देश का स्वर्ण आयात 30 प्रतिशत बढ़कर 45.54 अरब डॉलर हो गया था। भारत चीन के बाद दुनिया में सोने का दूसरा सबसे बड़ा उपभोक्ता है। यह आयात मुख्य रूप से आभूषण उद्योग की मांग को पूरा करता है।
स्विट्जरलैंड से सबसे अधिक सोने का आयात
भारत सोने का सर्वाधिक आयात स्विट्जरलैंड से करता है जिसकी हिस्सेदारी लगभग 40 प्रतिशत है। इसके बाद संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) 16 प्रतिशत से अधिक हिस्सेदारी के साथ दूसरे और दक्षिण अफ्रीका लगभग 10 प्रतिशत हिस्सेदारी के साथ तीसरे स्थान पर है। देश के कुल आयात में इस कीमती धातु का हिस्सा पांच प्रतिशत से अधिक है। सोने के आयात में उछाल ने देश के व्यापार घाटे (आयात और निर्यात के बीच का अंतर) को अगस्त में बढ़ाकर 29.65 अरब डॉलर तक पहुंचा दिया।