Highlights
- पेट्रोल के भाव देश में 130 से लेकर 150 रुपये प्रति लीटर तक पहुंच सकता है
- डीजल महंगा होने से फल-सब्जी सहित ज्यादातर जरूरी सामान की कीमतें बढ़ेंगी
- आने वाले दिन में बैंक भी लोन पर ब्याज दरों में बढ़ोतरी करेंगे
नई दिल्ली। रूस-यूक्रेन के बीच 12वें दिन युद्ध जारी रहने से अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चा तेल (ब्रेंट क्रूड) सोमवार को 130 डॉलर प्रति बैरल के पार पहुंच गया है। यह कच्चे तेल का 13 साल (2008 के बाद) का उच्चतम स्तर है। वहीं, पांच राज्योंं में चुनाव के चलते 4 नवंबर 2021 के बाद ईंधन के कीमतों में बढ़ोतरी नहीं की गई है, लेकिन तब से अब तक क्रूड 81 डॉलर से बढ़कर 130 डॉलर प्रति बैरल पहुंच गया है। यानी क्रूड में करीब 50 डॉलर प्रति बैरल की बढ़ोतरी हो चुकी है। साफ है पेट्रोल-डीजल के दाम में राहत का दौर खत्म हो गया है। कभी भी बढ़ोतरी का ऐलान आज के बाद हो सकता है क्योंकि चुनाव खत्म हो रहे हैं। जानकारों का कहना है कि क्रूड में लगी आग से सिर्फ ईंधन के दाम ही नहीं बल्कि खाने-पीने के सामान के दाम भी बढ़ेंगे। आइए, समझते हैं कि कैसे क्रूड में लगी आग बिगाड़ेगी आपके घर का बजट।
पेट्रोल 130 रुपये प्रति लीटर तक जल्द
पांच राज्यों में चुनाव के चलते देश में 4 नवंबर 2021 के बाद से पेट्रोल-डीजल की कीमतों में बदलाव नहीं हुआ है। वहीं, ब्रेंट क्रूड इस दौरान 81 डॉलर प्रति बैरल से बढ़कर 130 डॉलर के पार पहुंच गया है। केडिया कमोडिटीज के डायरेक्टर अजय केडिया ने इंडिया टीवी को बताया कि आने वाले दिन में क्रूड के दाम 150 डॉलर प्रति बैरल के पार पहुंच सकता है। ऐसे में भारत के पास पेट्रोल-डीजल में बढ़ोतरी के अलावा कोई चारा नहीं है। चुनाव के बाद पेट्रोल के भाव देश में 130 से लेकर 150 रुपये प्रति लीटर तक पहुंच सकता है। डीजल के दाम में भी बड़ी बढ़ोतरी देखने को मिलेगी। क्रूड महंगा होने से पेट्रोल-डीजल ही नहीं बल्कि रसोई गैस और तमाम इससे जुड़े उत्पाद महंगे होंगे।
खाने-पीने के सामान के दाम बढ़ेंगे
कच्चे तेल में उछाल से सिर्फ पेट्रोल-डीजल और रसोई गैस ही महंगा नहीं होगा बल्कि सभी जरूरी सामान के दाम में इजाफा होगा। ऐसा इसलिए होगा क्योंकि कच्चे तेल में उछाल से डीजल महंगा होगा। डीजल महंगा होने पर ट्रांसपोर्ट कंपनियां माल ढुलाई बढ़ाएंगी। इससे फल-सब्जी सहित ज्यादातर जरूरी सामान की कीमतें बढ़ेंगी। दिसंबर में रिटेल इन्फ्लेशन बढ़कर 5.59 फीसदी पर पहुंच गया। यह और बढ़ जाएगा। एक रिपोर्ट के मुताबिक, कच्चे तेल में 10 प्रतिशत की वृद्धि से WPI (थोक मूल्य सूचकांक) में 0.9 प्रतिशत से 1.0 प्रतिशत की बढ़ोतरी और CPI (उपभोक्ता मूल्य सूचकांक) में 0.4 प्रतिशत से लेकर 0.6 प्रतिशत की बढ़ोतरी होती है।
रिजर्व बैंक बढ़ाएगा ब्याज, बढ़ेगी ईएमआई
क्रूड महंगा होने से देश में महंगाई बढ़ेगी। इससे रोकने के लिए भारतीय रिजर्व बैंक ब्याज दरों में बढ़ोतरी करेगा। इससे आने वाले दिन में बैंक भी लोन पर ब्याज दरों में बढ़ोतरी करेंगे जिससे आपको अधिक ईएमाआई चुकानी पड़ सकती है। यानी, क्रूड महंगा होने से बढ़ी महंगाई के साथ ईएमआई भी आपके घर का बजट बिगाड़ेगी।