चीन में कोरोना के मामले घटने के बाद वहां की इकोनॉमी एक बार फिर पटरी पर आती दिख रही है। इसका फायदा भारत को भी मिलता दिख रहा है। सिर्फ जेम्स एंड ज्वैलरी सेक्टर की बात कर लें तो चीन को होने वाले निर्यात में 24 प्रतिशत की बढ़ोत्तरी देखने को मिली है। रत्न एवं आभूषण निर्यात संवर्द्धन परिषद (जेजीईपीसी) ने बताया कि चीन और मध्य पूर्व के बाजारों में मांग में सुधरने से इस साल फरवरी में भारत का रत्न एवं आभूषण निर्यात 24 प्रतिशत बढ़कर 28,832.86 करोड़ रुपये पहुंच गया।
जेजीईपीसी के अनुसार फरवरी 2023 में, कटे और पॉलिश किए गए हीरे (सीपीडी) का कुल निर्यात 32 प्रतिशत बढ़कर 19,582.38 करोड़ रुपये हो गया। यह आंकड़ा एक साल पहले की इसी अवधि में 14,841.90 करोड़ रुपये था। सोने के आभूषणों (सादे और जड़े हुए) का कुल निर्यात पिछले महीने 29.89 प्रतिशत बढ़कर 5,829.65 करोड़ रुपये रहा, जो फरवरी, 2022 में 4,488.30 करोड़ रुपये था।
जीजेईपीसी के चेयरमैन विपुल शाह ने कहा, ''देश ने पिछले महीने सीपीडी निर्यात में 32 प्रतिशत की वृद्धि देखी। यह आंशिक रूप से चीन में मजबूत मांग और चंद्र नववर्ष उत्सव से प्रेरित है।''
शाह ने कहा कि संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) के साथ व्यापक आर्थिक साझेदारी समझौते (सीईपीए) पर हस्ताक्षर किए जाने के बाद सादे सोने के आभूषणों के निर्यात में 45 प्रतिशत की वृद्धि हुई। उन्होंने कहा कि इसके अलावा, इस दौरान मुख्य रूप से अमेरिका को निर्यात किए जाने वाले जड़े हुए सोने के आभूषणों में भी लगभग 20 प्रतिशत का सुधार हुआ।