वर्क लाइफ बैलेंस को लेकर बीते दिनों खूब चर्चा हुई। हफ्ते में कितने घंटे काम करना चाहिए और कितने नहीं, इसे लेकर भी सबकी अलग-अलग राय देखने को मिली। अब दिग्गज बिजनेस टायकून गौतम अडानी ने वर्क लाइफ बैलेंस से जुड़ा एक सीक्रेट बताया है। अडानी ग्रुप के चेयरमैन ने बताया कि वर्क लाइफ बैलेंस तब होता है, जब आप वो काम भी कर रहे होते हैं, जिसे करना आपको पसंद है। न्यूज एजेंसी एएनआई द्वारा पोस्ट की गई वीडियोज में अडानी कई मुद्दों पर बात करते दिखे हैं। उन्होंने कहा कि उन्हें किसी पार्टी से स्पेशल ट्रीटमेंट की जरूरत नहीं है, वे किसी भी पार्टी के साथ काम करने को तैयार हैं।
सबका अलग होता है वर्क लाइफ बैलेंस
अडानी ने कहा, 'जो आपको अच्छा लगता है, अगर वो आप कर रहे हैं, तो आपके जीवन में वर्क लाइफ बैलेंस है। सबका वर्क लाइफ बैलेंस अलग-अलग होता है। न तो मैं अपना वर्क लाइफ बैलेंस आप पर थोप सकता हूं और न ही आप मुझ पर। सबको अलग-अलग चीजों में मजा आता है। किसी व्यक्ति को कम से कम 4 घंटे अपने परिवार के साथ जरूर बिताने चाहिए।' बता दें कि वर्क लाइफ बैलेंस की बहस इन्फोसिस के फाउंडर नारायण मूर्ती के बयान के बाद से शुरू हुई थी। मूर्ती ने भारत की वर्क प्रोडक्टिविटी पर बात की थी। उन्होंने कहा था कि हमें ग्लोबली कंपीट करना है और प्रोडक्टिविटी बढ़ानी है, तो भारत के युवाओं को एक्स्ट्रा समय देकर काम करना चाहिए। मूर्ती हफ्ते में 70 घंटे काम करने पर जोर देते हैं।
इंफ्रास्ट्रक्चर का काम सबसे मुश्किल
गौतम अडानी ने कहा कि इंफ्रास्ट्रक्चर सेक्टर में काम करना सबसे मुश्किल है। अगर यह आसान होता तो हर कोई इसे कर लेता। उन्होंने कहा कि इस सेक्टर में बहुत धैर्य की जरूरत होती है, क्योंकि आपको रिटर्न मिलने में 10 साल लग जाते हैं। इस बीच कोई भी आकर आपके काम को रोक भी सकता है। इसलिए यह एक मुश्किल काम है।
हमें नहीं मिल रहा स्पेशल ट्रीटमेंट
गौतम अडानी ने कहा कि हमें सरकार से कोई स्पेशल ट्रीटमेंट नहीं मिल रहा है। उन्होंने कहा, 'हमें किसी भी तरह के स्पेशल ट्रीटमेंट की जरूरत नहीं है। हम 25 राज्यों में काम कर रहे हैं। केरल में विझिनजाम पोर्ट 20 हजार करोड़ की लागत से बना है। हम किसी भी पार्टी के साथ काम करने को तैयार हैं, बशर्ते वे कोई राजनीति नहीं कर रहे हों।'