ब्राजील में चल रहे जी-20 शिखर सम्मेलन के दौरान ब्रिटेन ने नए साल में भारत के साथ फिर से व्यापार वार्ता शुरू करने की बात कही है। ब्रिटेन के प्रधानमंत्री कीर स्टारमर ने पीएम मोदी से मीटिंग के बाद इस बात की घोषणा कर दी। पीटीआई की खबर के मुताबिक, डाउनिंग स्ट्रीट ने कहा कि ब्रिटेन भारत के साथ एक नई रणनीतिक साझेदारी की तलाश करेगा, जिसमें व्यापार समझौता और सुरक्षा, शिक्षा, प्रौद्योगिकी और जलवायु परिवर्तन जैसे क्षेत्रों में सहयोग को गहरा करना शामिल है।
बातचीत से ब्रिटेन में नौकरियों और ग्रोथ को समर्थन मिलेगा
खबर के मुताबिक, ब्रिटेन के प्रधानमंत्री कीर स्टारमर के स्टारमर के प्रवक्ता ने कहा कि ब्रिटेन दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्थाओं में से एक भारत के साथ व्यापार समझौते पर बातचीत करने के लिए प्रतिबद्ध है। संयु्क्त बयान में कहा गया कि भारत के साथ एक नया व्यापार समझौता ब्रिटेन में नौकरियों और समृद्धि का समर्थन करेगा और हमारे देश में विकास और अवसर प्रदान करने के हमारे मिशन में एक कदम आगे का प्रतिनिधित्व करेगा।
पीएम मोदी ने भी पहल को सराहा
प्रधानमंत्री ने ब्रिटेन की तरफ से किए गए इस ऐलान का स्वागत किया और कहा कि भारत के लिए, यू.के. के साथ व्यापक रणनीतिक साझेदारी अत्यधिक प्राथमिकता वाली है। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर मोदी ने कहा कि हम व्यापार के साथ-साथ सांस्कृतिक संबंधों को भी मजबूत करना चाहते हैं। भारत के विदेश मंत्रालय (एमईए) ने भी कहा कि द्विपक्षीय बैठक ने भारत-यू.के. व्यापक रणनीतिक साझेदारी को नई गति दी है।
साझेदारी के विभिन्न पहलुओं पर चर्चा
विदेश मंत्रालय ने एक्स पर अपने पोस्ट में कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रियो में जी-20 ब्राजील शिखर सम्मेलन के दौरान यू.के. के प्रधानमंत्री कीर स्टारमर से मुलाकात की। नेताओं ने भारत-यू.के. व्यापक रणनीतिक साझेदारी के विभिन्न पहलुओं पर चर्चा की। उन्होंने संतुलित और पारस्परिक रूप से लाभकारी एफटीए की जरूरत को भी स्वीकार किया। मोदी के साथ यह बैठक स्टारमर की चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग से मुलाकात और जापान के प्रधानमंत्री शिगेरू इशिबा तथा ऑस्ट्रेलियाई प्रधानमंत्री एंथनी अल्बानीज से बातचीत के तुरंत बाद हुई।
ब्रिटेन के लिए एक महत्वपूर्ण व्यापारिक साझेदार है भारत
ब्रिटेन के व्यापार और व्यापार सचिव जोनाथन रेनॉल्ड्स ने कहा कि भारत दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है और ब्रिटेन के लिए एक महत्वपूर्ण व्यापारिक साझेदार है। हमारा मानना है कि यहां दोनों देशों के लिए काम करने वाले अच्छे सौदे किए जाने हैं। भारत और ब्रिटेन जनवरी 2022 से एक मुक्त व्यापार समझौते (एफटीए) पर बातचीत कर रहे हैं, इस साल की शुरुआत में दोनों देशों में आम चुनावों के दौरान बातचीत रुकी हुई थी। ताजा आंकडे़ के मुताबिक, जून तक 12 महीनों में द्विपक्षीय व्यापार संबंध 42 अरब GBP के बराबर था।